दिल्ली के द्वारका जिले की स्पेशल स्टाफ ने करोड़ों की ठगी करने वाले एक नाइजीरियन युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी तरीके से भारत में रहकर लोगों से फेसबुक पर दोस्ती के नाम पर ठगी करता था। फिलहाल आरोपी कोरोना संक्रमितों को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगी कर रहा था।
आरोपी के पास से पुलिस ने कई एटीएम कार्ड, सिम कार्ड और नकदी के अलावा अन्य सामान बरामद किए हैं। जिला पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीणा ने बताया कि आरोपी की पहचान खानपुर निवासी चीउइकेमो डैनियल के रूप में हुई है।
मूलत: नाइजीरिया का रहने वाला डैनियल तीन साल पहले मेडिकल वीजा पर भारत आया था और वीजा की अवधि खत्म होने के बाद वह अवैध रूप से भारत में रहकर ठगी का धंधा कर रहा था। मोहन गार्डन निवासी मौसिन खान ने ठगी की शिकायत दर्ज करवाई थी।
जिसमें उसने बताया कि उसे कोरोना संक्रमित एक परिचित के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी। काफी प्रयास के बाद भी उसे इंजेक्शन नहीं मिला। इस बीच सोशल मीडिया पर एक नंबर मिला। जिसपर संपर्क करने पर 25 हजार रुपये में एक इंजेक्शन देने की बात कही गई। साथ ही दस हजार रुपये एडवांस जमा करने के लिए कहा गया। मौसिन खान ने एडवांस पैसे आरोपी के बताए खाते में जमा कर दिए। लेकिन उसे इंजेक्शन नहीं मिले।
शिकायत मिलने के बाद निरीक्षक नवीन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छानबीन करने के बाद आरोपी को खानपुर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने मौसिन खान से ही नहीं बल्कि सैकड़ों लोगों से फेसबुक पर दोस्ती कर गिफ्ट भेजने और पार्सल का कस्टम क्लीरेंस करने के नाम पर ठगी कर चुका है।
उसने बताया कि फिलहाल महामारी के दौरान कोरोना में इंजेक्शन, दवा और अन्य सामान की मदद करने के नाम पर ठगी को अंजाम दे रहा था। इसके कब्जे से पुलिस ने दो लैपटॉप, 8 कीमती मोबाइल फोन, 25 साधारण मोबाइल फोन, 18 सिमकार्ड, 7 एटीएम कार्ड, दो पेन ड्राइव और साढ़े पचास हजार रुपये बरामद किए।