सार
मेरठ में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां फिर से नौ नए मरीज मिले हैं। वहीं मेरठ के एक व्यक्ति की देहरादून में इलाज के दौरान मौत हो गई।
विस्तार
मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के नौ नए मरीज मिले हैं। अब तक कुल 87 मरीजों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। नए मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए हैं। ये बिजनौर, मुजफ्फरनगर और मेरठ के हैं। मेडिकल के कोविड अस्पताल प्रभारी डॉ. धीरज ने बताया कि मेडिकल में 42 मरीज भर्ती हुए थे। वर्तमान में 21 का उपचार चल रहा है। इनमें पॉजिटिव और निगेटिव दोनों हैं। दोनों तरह के मरीजों की अलग-अलग कमरे में व्यवस्था है। भर्ती मरीजों को प्रतिदिन चार बार नियमित रूप से इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं।
कोरोना के मरीजों में ब्लैक फंगस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। संक्रमित मरीज लगातार मिल रहे हैं। कोरोना के मरीजों के इलाज के दौरान ज्यादा स्ट्रॉयड और शुगर बढ़ने से यह बीमारी होती है। यह गंभीर रोग बनता जा रहा है।
जब तक दवाई नहीं आएगी, ऑपरेशन नहीं हो पाएगा
ब्लैक फंगस के 13 मरीजों की आंखों का ऑपरेशन कर चुके डॉ. पुनीत भार्गव का कहना है कि एक और मरीज का ऑपरेशन करने के बाद वह तब तक नया केस नहीं लेंगे, जब तक कि दवाइयां एयर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो जाएंगे। मुख्यत: इसमें एक इंजेक्शन एम्फोटेरिशन-बी का इस्तेमाल किया जाता है, जो बाजार में नहीं है। उसकी उपलब्धता नहीं है। सरकार से सिर्फ प्रशासन को 66 इंजेक्शन मेडिकल कॉलेज के लिए मिले थे।
मेरठ के मरीज की देहरादून में मौत
मेरठ निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग को कोरोना होने के बाद देहरादून में भर्ती कराया गया था। मरीज पहले से ब्लड शुगर के रोग से ग्रस्त थे। संस्थान में जांच के दौरान ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। शुक्रवार को मरीज का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। शाम छह बजे मरीज की मौत हो गई।