‘कांग्रेस टूलकिट विवाद’ अब और बढ़ गया है। रायपुर पुलिस ने शुक्रवार को पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह को एक नोटिस जारी कर रहा है कि 24 मई को पूछताछ के लिए वो अपने आवास पर मौजूद रहे।
‘कांग्रेस टूलकिट विवाद’ अब और बढ़ गया है। रायपुर पुलिस ने शुक्रवार को पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह को एक नोटिस जारी कर रहा है कि 24 मई को पूछताछ के लिए वो अपने आवास पर मौजूद रहे। इस दौरान पुलिस उनसे पूछताछ करेगी कि कैसे उनके पास ‘AICC रिसर्च’ दस्तावेज पहुंचे। साथ ही पुलिस उनसे पूछताछ करेगी कि क्या @drramansingh उनका ट्विटर अकाउंट है? वहीं सिविल लाइंस पुलिस थाने में सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी खबरें फैलाने और टूलकिट मामले में वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए FIR दर्ज की गई है।
मंगलवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, संबित पात्रा ने एक कथित टूलकिट की सामग्री साझा की थी और देश में गलत सूचना फैलाने के ‘कांग्रेस’ के प्रयासों की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि कुंभ को कोरोना का ‘सुपर स्प्रेडर’ कहा जा रहा है और उसे बदनाम किया जा रहा है। साथ ही पात्रा ने कहा था कि, ‘पीएम केयर्स पर सवाल’ उठाए जा रहे हैं।
साथ ही बीजेपी ने कांग्रेस पर ‘प्रधानमंत्री मोदी की छवि’ खराब करने का भी आरोप लगाया है। पात्रा ने कहा था कि, ”दस्तावेज़ में स्वयंसेवकों में ‘मोदी के खिलाफ नाराजगी’, ‘लापता’ अमित शाह जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
हालांकि, कांग्रेस ने तुरंत बीजेपी के आरोपों पर जवाब देते हुए कई नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। कांग्रेस ने भाजपा पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बीएल संतोष और अन्य के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भारत के लोगों को कोरोना से राहत प्रदान करने में केंद्र की “बड़ी विफलता” से ध्यान हटाने की कोशिश की। यह दावा करते हुए कि भाजपा ने AICC के लेटरहेड को जाली बनाया और उस पर झूठी सामग्री छापी है। कांग्रेस ने उपरोक्त नेताओं के खिलाफ आईपीसी और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि, बाद में बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से संबंधित टूलकिट की प्रामाणिकता को स्वीकार किया। पार्टी ने सेंट्रल विस्टा पर एक तथ्य-आधारित 6-पृष्ठ “रिसर्च नोट” बनाया था जिसे बाद में संबित पात्रा ने भी साझा किया था। टूलकिट पर पात्रा के ट्वीट को ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ के रूप में चिह्नित किए जाने के बाद कांग्रेस ने भाजपा नेताओं के खिलाफ एक FIR दर्ज की है, जबकि केंद्र ने ट्विटर से शिकायत की है।