उन्होंने ऐसी कई फुटेज और वीडियो हैं जिनमें आसमान में रहस्यमयी चीजों को देखा जा सकता है. हालांकि, तमाम कोशिशों के बाद भी हम पता नहीं लगा पाए हैं कि वे आखिर हैं क्या.
वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दावा किया है कि उन्होंने यूएफओ देखे हैं. यही नहीं, उन्होंने एलियंस से जुड़ी चीजों को भी देखने का दावा किया. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि एलियंस के आगे अमेरिकी सेना कुछ भी नहीं है.
टीवी चैनल पर बातचीत के दौरान किया खुलासा
अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा ने ‘द लेट शो विद जेम्स कॉर्डन’ में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी. इसी दौरान उन्होंने दावा किया कि उन्होंने ऐसी कई फुटेज और वीडियो हैं जिनमें आसमान में रहस्यमयी चीजों को देखा जा सकता है. हालांकि, तमाम कोशिशों के बाद भी हम पता नहीं लगा पाए हैं कि वे आखिर हैं क्या. उन्होंने आगे कहा कि मैंने ऐसी वीडियोज देखी हैं जिनमें ये यूएफओ अमेरिका के मिलिट्री टारगेट्स के आसपास दिखी हैं. उन्होंने कहा कि उनकी तेजी के सामने अमेरिकी सेना कुछ भी नहीं है. ऐसे मैं हमें एलियंस के लिए तैयार रहना पड़ेगा.
अमेरिकी अधिकारी ने कुछ दिन पहले किया था दावा
कुछ दिनों पहले अमेरिकन नेवी के पूर्व लेफ्टिनेंट रायन ग्रेव्स ने दावा किया था उन्होंने वर्जीनिया बीच के इलाके में कई उड़नतस्तरियां देखी हैं. रायन का दावा है कि साल 015 से 2017 के बीच उन्होंने लगातार रहस्यमयी उड़नतश्तरियां देखी थी.
अमेरिका में है खुफिया जगह!
अमेरिका के नेवादा राज्य में एरिया 51 नाम की जगह है. यहां किसी का भी आना मना है. माना जाता है कि इस जगह पर एलियंस से जुड़ी रिसर्च होती है. हालांकि अमेरिकी एयरफोर्स का कहना है कि यहां हथियारों, लड़ाकू जहाजों की टेस्टिंग होती है. हैरानी की बात है कि अमेरिकी सरकार ने हाल के कुछ समय पहले ही एरिया 51 की मौजूदगी को स्वीकारा है. जबकि ये जगह साल 1955 से ही आम लोगों की एंट्री के लिए प्रतिबंधित है. साल 2019 में कुछ लोगों ने एरिया 51 में घुसने की कोशिश की थी. जिसमें से 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था.
अमेरिका, इंग्लैंड समेत कई देशों ने बनाई है स्पेशल सेना
अमेरिका में सेना की खास टुकड़ी को अंतरिक्ष में युद्ध के लिए तैयार किया गया है. खास बात ये है कि अमेरिकी सेना की डिवीजन बाकायदा युद्धाभ्यास भी करती रही है. कुछ समय पहले अमेरिकी सेना की इस खास टुकड़ी को मिडिल ईस्ट जोन में तैनात किया गया है. वहीं, इंग्लैंड ने भी एयरफोर्स की एक टुकड़ी को स्पेस वॉर के लिए रेडी रखा है.