भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रभाव थोड़ा कम होने लगा. इसके साथ ही प्रदेश की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अगले महीने से लॉकडाउन में ढील देने का इशारा कर दिया. इसी बीच राज्य के कई शहरों से कोरोना और ब्लैक फंगस से संबंधित अलग-अलग तरह की जानकारी सामने आ रही है. यहां जानिए प्रदेश में कोरोना को लेकर क्या माहौल चल रहा है.
जबलपुर में खाली हुए ऑक्सीजन बेड
जबलपुर राज्य का वह शहर है जहां प्रदेश में कोरोना का सबसे पहला मरीज सामने आया था. लेकिन अब यहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या घटकर 3,367 रह गई. सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन बेड समेत अन्य बेड 50 फीसदी तक खाली हो गए. अब शहर में बेड की कमी नहीं है. पॉजिटिविटी रेट भी घटकर 6.80 फीसदी पहुंच गया, रिकवरी रेट 91.94 प्रतिशत है.
ग्वालियर में ब्लैक फंगस के तीस हजार मरीज
कोरोना की दूसरी लहर में मरीज कम होने लगे. लेकिन ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या ने प्रशासन का सिर दर्द बढ़ा दिया, ग्वालियर में अब तक ब्लैक फंगस इंफेक्शन के तीस हजार मरीज सामने आ चुके हैं. शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में इनका इलाज जारी है, आपात स्थिति को देखते हुए CMHO ने 2000 इंजेक्शन की डिमांड भोपाल भेजी है. शहर में इंफेक्शन से अब तक एक मरीज की मौत सामने आई. शहर के जयारोग्य और जिला अस्पताल में इन मरीजों के लिए अलग वार्ड तैयार कर इलाज हो रहा है.
किल कोरोना अभियान जारी
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश में किल कोरोना के तहत कोरोना टेस्टिंग का अभियान शुरू होगा. संक्रमण नियंत्रण करने के लिए शहर के नगर निगम जोन में मोबाइल यूनिट हर जोन में जाकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच करेगी. स्वास्थ्य मंत्री ने बुद्ध मंदिर शिवनगर में मोबाइल टेस्टिंग यूनिट की शुरुआत की.
मोबाइल यूनिट एक दिन में शहर के लगभग 80 इलाकों में जाएगी और लाउडस्पीकर के माध्यम से अनाउंसमेंट कर लोगों को जांच कराने के लिए प्रेरित करेगी. मंत्री ने कहा कि इस दौरान ज्यादा मात्रा में टेस्टिंग होगी और हम संक्रमण पर लगाम कस पाएंगे. उन्होंने कहा कि लोगों को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराई जाएगी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहुंचे आर्थिक राजधानी
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को इंदौर पहुंचे, उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए एरिया स्पेसिफिक कंटेनमेंट जोन बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि ऐसे गांव, मोहल्लों, वार्ड जहां केस ज्यादा है, उन्हें कंटेनमेंट जोन बनाने की दिशा में काम किया जाए. सीएम ने निर्देश दिए कि कोरोना कर्फ्यू समाप्त होने के बाद माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे.
वैक्सीनेशन स्लॉट बुकिंग के नाम पर ठगी
भारत सरकार के निर्देश अनुसार किसी भी राज्य में वैक्सीन के दाम नहीं लिए जा रहे हैं. बावजूद उसके मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में वैक्सीनेशन स्लॉट बुकिंग के नाम पर हजारों रुपए की ठगी की गई. यहां एक युवक को स्वास्थ्य अधिकारी के नाम से फोन आया और उससे OTP पूछा गया. युवक को लगा टीकाकरण स्लॉट बुकिंग के लिए OTP आया है. जैसे ही उसने OTP बताया, उसके खाते से 40 हजार रुपए गायब हो गया. युवक की शिकायत के बाद ग्वालियर पुलिस मामले की जांच में जुट गई.