नई दिल्ली, पीटीआइ। केनरा बैंक (Canara Bank) ने वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में 1,010.87 करोड़ रुपये के शुद्ध एकल लाभ की सूचना दी है। फंसे हुए कर्ज के लिए प्रोविजनिंग कम किए जाने से बैंक को यह मुनाफा हुआ है। जनवरी-मार्च, 2020 तिमाही में बैंक को 3,259.33 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। केनरा बैंक ने मंगलवार को शेयर बाजारों को बताया कि इस साल जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 21,522.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। पिछले साल की जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान बैंक को कुल 14,222.39 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी।
बैंक की ओर से दी गई जानकारी में ऐसा कहा गया है कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान बैंक के नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPAs) के लिए प्रोविजनिंग घटकर 4,427.53 करोड़ रुपये पर रह गई। वित्त वर्ष 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान बैंक ने 4,875.28 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग की थी।
वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक को हुआ बड़ा फायदा
केनरा बैंक ने वित्त वर्ष 2020-21 में 2,557.58 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे का ऐलान किया है। बैंक को वित्त वर्ष 2019-20 में 2,235.72 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
एनपीए के मोर्चे पर क्या रहा हाल
बैंक ने जानकारी दी है कि मार्च, 2021 की समाप्ति तक बैंक का ग्रॉस एनपीए (Gross NPAs) 8.93 फीसद पर रहा। मार्च, 2020 समाप्ति के समय यह 8.21 फीसद पर था।
यहां उल्लेखनीय है कि सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक का विलय एक अप्रैल, 2020 से प्रभावी है।
बैंक के शेयरों का भाव (Canara Bank Share Price Today)
Canara Bank के शेयरों में मंगलवार को भारी गिरावट देखने को मिली। NSE पर बैंक के शेयर 6.45 रुपये यानी 4.20 फीसद की टूट के साथ 147.05 रुपये के स्तर पर बंद हुए। वहीं, BSE पर बैंक का शेयर 6.95 रुपये यानी 4.52 फीसद की टूट के साथ 146.65 अंक के स्तर पर बंद हुआ।