आइए जानें गर्मियों के मौसम में बहुतायत में मिलने वाले काले जामुन के सेहत के लिए कुछ ऐसे फायदे जो आपने पहले नहीं सुने होंगे।
आप सभी ने ब्लूबेरी का सेवन कभी न कभी जरूर किया होगा लेकिन स्वाद और सेहत से भरी हुई ये ब्लूबेरी हमारे देश में आसानी से नहीं मिलती हैं। बहुत कम मात्रा में उपलब्ध होने के साथ ये मूल्य में भी बहुत ज्यादा होती हैं। इसके स्वास्थ्य गुणों को जानने के बाद भी हम इसे अपनी नियमित डाइट का हिस्सा नहीं बना पाते हैं
वहीं भारत में मिलने वाला काला जामुन इससे काफी कम कीमत का होने के बावजूद भी सेहत के लिए ब्लूबेरी जैसे ही गुणों से भरपूर है। इसलिए इसे अपनी डाइट में शामिल करना आप सभी के लिए जरूरी है। आइए न्यूट्रिशनिष्ट पूजा मखीजा से जानें काले जामुन के फायदों के बारे में।
गर्मियों का मुख्य फल
जानी मानी न्यूट्रिशनिष्ट पूजा मखीजा ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें ब्लूबेरी और जामुन के गुणों की तुलना करते हुए काले जामुन को ज्यादा फायदेमंद बताया है। काला जामुन, जिसे भारतीय ब्लैकबेरी के रूप में भी जाना जाता है, को ‘देवताओं के फल’ के रूप में जाना जाता है, जो गर्मियों में बहुतायत में उपलब्ध होता है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
कला जामुन में ब्लू बेरी की ही तरह एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसलिए इसे अपने आहार में शामिल करने के बहुत से फायदे हैं। यह उम्र बढ़ने के संकेतों को रोकता है और शरीर की इम्युनिटी को स्ट्रांग बनाता है, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है
एक्ने से छुटकारा दिलाए
जामुन का इस्तेमाल त्वचा सम्बन्धी कई विकारों जैसे एक्ने से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसके सेवन से त्वचा बेदाग़ और एक्ने रहित हो जाती है। इसलिए इस फल को अपनी नियमित डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।
कई बीमारियों से छुटकारा दिलाए
काला जामुन, मूत्रवर्धक, एंटी-स्कॉर्ब्यूटिक और गुणों में कार्मिनेटिव है और पॉलीफेनोलिक यौगिकों का एक समृद्ध स्रोत है। हृदय रोग , गठिया, अस्थमा, पेट दर्द, आंत्र ऐंठन, पेट फूलना और पेचिश से संबंधित विभिन्न स्थितियों के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल बेहद फायदेमंद है। जामुन का मूत्रवर्धक प्रभाव गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जबकि उच्च फाइबर सामग्री पाचन में सहायता करती है और उल्टी जैसी समस्याओं को रोकती है।
ब्लड शुगर को कंट्रोल करे
कई अध्ययनों से पता चलता है कि जामुन में मौजूद उच्च अल्कलॉइड सामग्री हाइपरग्लाइकेमिया या उच्च रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में प्रभावी है। फलों के अलावा, बीज, पत्तियों और छाल के अर्क आपके शरीर में रक्त शर्करा के उच्च स्तर को कम करने के लिए उपयोगी होते हैं।
बीजों का पाउडर
इसके बीज, फलों की ही तरह फायदेमंद होते हैं। इसके बीजों को सुखाकर इसका पाउडर बनाएं और इसका सेवन करें। इससे कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
यदि आप किसी वजह से ब्लू बेरी को अपने आहार में शामिल नहीं कर सकते हैं तो काले जामुन का इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।