बीजापुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले (Bijapur District) के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों (Naxalites) के बीच हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई है. साथ ही एक अन्य घायल हो गया है. इधर ग्रामीणों ने इस घटना में नौ लोगों के मारे जाने का दावा किया है. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने सोमवार को बताया कि सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित सिलगेर गांव में बने नए पुलिस शिविर के करीब सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई है.
सुंदरराज ने बताया कि अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि घटना में नक्सलियों की मौत हुई है या ग्रामीणों की. सुंदरराज ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सिलगेर गांव और पड़ोसी अन्य गांवों के ग्रामीण वहां बने पुलिस शिविर का विरोध कर रहे हैं. यह क्षेत्र धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है तथा इस महीने की 12 तारीख को यहां शिविर की स्थापना की गई है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और राज्य के बलों को क्षेत्र में बन रहे सड़क की सुरक्षा में यहां ठहराया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिविर का विरोध कर रहे ग्रामीण रविवार रात विरोध प्रदर्शन करने के बाद लौट गए थे, लेकिन आज दोपहर बाद नक्सली बड़ी संख्या में ग्रामीणों को लेकर वहां पहुंचे और शिविर पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान जगरगुंडा एरिया कमेटी के नक्सली वहां मौजूद थे.
इस घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ है
उन्होंने बताया कि पथराव के दौरान ही नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी भी शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया. इस दौरान भीड़ ने वहां खड़े एंटी लैंडमाइन व्हीकल (बारूदी सुरंग रोधी वाहन) का नुकसना पहुंचाया. पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि बाद में जब मामला शांत हुआ तब सुरक्षा बलों ने घटनास्थल की तलाशी ली. इस दौरान वहां से तीन पुरुषों का शव बरामद किया गया. वहीं, इस घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ है.
इस हमले में सुरक्षा बलों के 22 जवान शहीद हुए थे
सुंदरराज ने बताया कि घायल को बीजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना में मारे गए लोगों की पहचान नहीं हो पाई है. अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि घटना में नक्सली मारे गए या ग्रामीण. उन्होंने बताया कि घटना के बाद पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे. इस दौरान उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया तथा ग्रामीणों से बात की. इधर ग्रामीण नंदा राम मरकाम ने दावा किया है इस घटना में नौ लोगों की मौत हुई है तथा 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मरकाम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और अस्पताल की मांग कर रहे है न कि पुलिस शिविर की. बीजापुर और सुकमा जिले का यह सीमावर्ती क्षेत्र नक्सलियों का प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है. सिलगेर गांव सुकमा जिले में है. यहां से लगभग 10 किलोमीटर दूर जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों ने तीन अप्रैल को सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया था. इस हमले में सुरक्षा बलों के 22 जवान शहीद हुए थे.