Israel Palestine Conflict Updates: अमेरिका ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष को खत्म कराने की कोशिश भी शुरू कर दी है, लेकिन जिस तरह के हालात हैं उसे देखते हुए लगता नहीं कि ये जंग जल्द खत्म होने वाली है. इजरायल ने दो टूक शब्दों में कहा है कि जब वह अपने ऊपर हुए एक-एक हमले का बदला नहीं ले लेता वह खामोश नहीं बैठेगा.
वॉशिंगटन: इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन (Palestine) के बीच जारी जंग पर अमेरिका (America) का बयान भी सामने आ गया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने इजरायल का पक्ष लेते हुए कहा है कि उसे अपनी सुरक्षा का पूरा हक है. एक तरह से बाइडेन ने यह साफ कर दिया है कि वह इजरायल के साथ हैं और यदि भविष्य में दो देशों की यह लड़ाई वैश्विक रूप लेती है, तो यूएस इजरायल के समर्थन में खड़ा होगा. इससे पहले तुर्की ने फिलिस्तीन के समर्थन में बयान दिया था.
Biden ने जताई यह उम्मीद
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह संघर्ष जल्द समाप्त हो जाएगा, लेकिन मैं यह भी कहना चाहूंगा कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का हक है. जब आपकी सीमा में हजारों की संख्या में रॉकेट आ रहे हों तो आपको अपनी रक्षा के लिए कदम उठाने होंगे. बाइडेन ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के साथ फोन पर बातचीत भी की है.
Israel की Palestine को दो-टूक
अमेरिका ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष को खत्म कराने की कोशिशें भी शुरू कर दी हैं. मिस्र और कतर में अपने राजनयिकों को वहां भेजा है. हालांकि, जिस तरह के हालात हैं उसे देखते हुए लगता नहीं कि ये जंग जल्द खत्म होने वाली है. इजरायल ने दो टूक शब्दों में कहा है कि जब वह अपने ऊपर हुए एक-एक हमले का बदला नहीं ले लेता वह खामोश नहीं बैठेगा. बता दें कि सोमवार शाम से शुरू हुई हिंसा में अब तक 60 से ज्यादा फिलिस्तीन मारे गए हैं, जबकि 6 इजरायलियों की भी मौत हुई है.
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Russia ने की Meeting की मांग
उधर, रूस ने कहा है कि संघर्ष का हल निकालने के लिए जल्द से जल्द मध्यस्थों की बैठक होनी चाहिए. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) ने कहा कि तत्काल एक आपात बैठक बुलाई जानी चाहिए, जिसमें अमेरिका, यूरोपीय संघ, रूस और संयुक्त राष्ट्र शामिल हों. लावरोव ने यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) से बात करने के बाद यह बयान दिया. उन्होंने उम्मीद जताई कि UN इस संबंध में कुछ करेगा.