Oyxgen Crisis: अंबाला के डीसी के आदेश पर जिला प्रशासन ने एक फैक्ट्री पर छापेमारी की और सैकड़ों की संख्यां में ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किये.
अंबाला. देश भर में कोरोना के हाहाकार के बीच हो रही मौतों पर सारा देश खून के आंसू रो रहा है. लेकिन इसी बीच कुछ मुनाफाखोर लोग ऐसे भी हैं , जो देश में हो रही मौतों की परवाह किये बिना सिर्फ अपने खजाने भरने के लिए मुनाफाखोरी में लगे हैं. अंबाला शहर की एक फैक्ट्री (Factory) में यही गोरखधंधा चल रहा था. इंसानी जज्बातों और सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए फैक्ट्री में सैंकड़ों की तदाद में सिलेंडर रखे गए थे, जिनमे आधे सिलेंडरों में ऑक्सीजन (Oxygen) और आधे खाली थे.
अंबाला के डीसी को जैसे ही इसकी खबर लगी तो उन्होंने टीमें गठित करके तुरंत फैक्ट्री में छापेमारी के आदेश जारी कर दिए. मुसीबत की इस घड़ी में सरकार के सख्त फरमान हैं की किसी भी व्यक्ति के पास अगर ऑक्सीजन सिलेंडर है तो वह उसका इंडस्ट्रियल इस्तेमाल नहीं कर सकता, उसे तुरंत यह आक्सीजन सिलेंडर सरकार के पास जमा करवाने हैं ताकि इन सिलेंडरों को मेडिकल यूज यानी कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सके. लेकिन इन सब आदेशों की परवाह किये बिना अंबाला में चल रही इस फैक्ट्री के संचालक सैकड़ों सिलेंडर अपनी फैक्ट्री के काम में इस्तेमाल कर रहे थे.
कई एकड़ में फैली इस कोच फैक्ट्री से बरामद हुए सिलेंडरों को इकठा करने में ही, सरकारी कर्मचारियों और पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इतनी बड़ी मात्रा में आक्सीजन सिलेंडर देख कर अधिकारी भी हैरान हो गए. कोच फैक्ट्री के जीएम को जब वार्निंग दी गई तो धीरे धीरे ऑक्सीजन सिलेंडर बाहर आने शुरू हुए.
मौके पर ही पहुंची ऑक्सीजन के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी गौरी मिड्ढा ने पुलिस अधिकारियों को फैक्ट्री का कोना कोना तलाशने के लिए कहा तो धीरे धीरे और सिलेंडरों की बरामदगी होनी शुरू हो गई. फैक्ट्री कई एकड़ में फैली थी लिहाजा सिलेंडर इकट्ठे करने में ही कई घंटों का समय लग गया. फैक्ट्री से बरामद सिलेंडरों को कब्जे में लेने के बाद, मौके पर पहुंचे थाना पंजोखरा के एसएचओ मोहन लाल कोच फैक्ट्री के मालिक पर कानूनी कार्यवाई में जुट गए.