रायपुर. कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस का प्रकोप छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहा है. रायपुर एम्स में 15 मरीज भर्ती कराए गए. ज्यादातर मरीजों की आंखों में इन्फेक्शन फैला है. एम्स प्रबन्धन ने पुष्टि की है. इसी बीच, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने न्यूज 18 से फोन पर कहा कि
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं. स्टेरॉइड के इस्तेमाल को लेकर डॉक्टरों के लिए जल्द गाइड लाइन जारी होगी. इसके लिए आवश्यक दवाइयों और जरूरी इंजेक्शन की कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई होगी.
प्रदेश के सभी जिलों में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए हैं. ब्लैक फंगस की रोकथाम हेतु पोसाकोनाजोल एवं एम्फोटेरसिन-बी दवाइयों की आवश्यकता होती है, जिसकी नियमित आपूर्ति के निर्देश खाद्य एवं औषधि प्रशासन नियंत्रक ने सभी जिलों में पदस्थ औषधि निरीक्षकों को दिए हैं. जिलों में औषधि पोसाकोनाजोल एवं एम्फोटेरेसिन-बी (समस्त डोसेज फाॅर्म, टेबलेट, सीरप, इंजेक्शन एवं लाइपोसोमल इंजेक्शन) की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन नियंत्रक ने औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र के भीतर समस्त होलसेलर, स्टॉकिस्ट, सीएंडएफ से उक्त औषधियों की वर्तमान में उपलब्ध मात्रा की जानकारी प्रतिदिन प्राप्त करें.
रायपुर जिले में और बढ़ सकता है लॉकडाउन
रायपुर जिले में लागू लॉकडाउन और बढ़ सकता है. कुछ और रियायतों के साथ एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन बढ़ सकता है. पाबंदियों से करीब 70 फीसदी छूट मिल सकती है. कपड़ा दुकानों, शादी-ब्याह और जरूरी सामान की दुकानों को शर्तों के साथ खोलने की छूट मिल सकती है. पुलिस और प्रशासन के बीच मंथन जारी है. अगले दो दिनों बाद लॉकडाउन बढ़ाने और कारोबार को छूट देने पर फैसला हो सकता है.