बठिंडा, [साहिल गर्ग]। कोरोना महामारी के बीच सूबे में पैदा हुए ऑक्सीजन संकट को दूर करने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने मुक्तसर, गुरदासपुर व लुधियाना में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने को मंजूरी दे दी है। इससे पहले पटियाला, संगरूर व बठिंडा में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मंजूरी मिल चुकी है। राज्य में हवा से ऑक्सीजन तैयार करने के लिए 19 स्थानों में पर प्लांट लगाए जाएंगे। ऑक्सीजन प्लांट लगाने की जिम्मेवारी केंद्र की एजेंसी हाईट्स व डीआरडीओ को दी गई है, जिसे 31 मई से पहले पहले अपना काम पूरा करना होगा।
प्लांट लगाने को लेकर भारत सरकार के मिनिस्ट्री आफ हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर की ओर से सभी राज्यों के हेल्थ के अतिरिक्त चीफ सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, सेक्रेटरी के अलावा नोडल अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। इसमें राज्यों को स्पष्ट किया है कि प्लांट को लगाने के लिए अच्छे से ग्राउंड वर्क कर लिया जाए। प्लांट की साइट अस्पताल के साथ होने के साथ-साथ बिजली की सप्लाई पूरी होनी चाहिए। हर समय बैकअप के लिए डीजी सेट भी होना चाहिए। यही नहीं, प्लांट को चलाने के लिए कम से कम दो टेक्निकल कर्मचारी तैनात करने होंगे।
प्लांट से अस्पताल तक पाइपलाइन से की जाएगी ऑक्सीजन की पूर्ति
राज्य में ऑक्सीजन प्लांट को तैयार करने के लिए नेशनल हाईवे की ओर से इमारत तैयार की जा रही है। इसके बाद राज्य में 8 जगहों पर डीआरडीओ व 11 जगहों पर हाइट्स द्वारा इंफ्रास्ट्रक्टर तैयार किया जाएगा। हर जगह पर प्लांट से अस्पताल तक पाइपलाइन द्वारा ऑक्सीजन की पूर्ति की जाएगी। फिलहाल जितने भी प्लांट में काम होना है, वहां पर 31 मई से पहले इनको शुरू करने का टारगेट है। सरकार का मानना है कि प्लांट लगने से राज्य में ऑक्सीजन की कमी दूर हो जाएगी।
इन जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
मानसा, मुक्तसर, शहीद भगत सिंह नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर व फरीदकोट के जिला सरकारी अस्पतालों में 500 लीटर कैपेसिटी के ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे, जबकि बठिंडा, संगरूर, होशियारपुर, साहिबजादा अजीत सिंह नगर मोहाली, कपूरथला, मोगा, पठानकोट,तरनतारन, बरनाला व अमृतसर के जिला सरकारी अस्पतालों, पटियाला के माता कौशल्या अस्पताल तथा लुधियाना के भारत नगर स्थित ईएसआईसी माॅडल अस्पताल में एक हजार लीटर की कैपेसिटी वाले ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे।