Fake Covid Reports: दिल्ली पुलिस ने मालवीय नगर से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक डॉक्टर भी शामिल हैं. आरोपी सैंपल लेने के बाद रिकॉर्ड बुक में सैंपल देने वाले का नाम तक नहीं लिखते थे.
नई दिल्ली: फेक कोविड रिपोर्ट (Fake Covid Report) तैयार करने में शामिल लोगों पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने शुक्रवार को मालवीय नगर इलाके से एक डॉक्टर समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया. दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी अतुल भाटिया ने बताया कि पुलिस ने मामले में प्रज्ञानंद उर्फ निहाल, हिमांशु शर्मा, डॉक्टर मनीष कुमार सिंह, सतेंद्र और निखिल को अरेस्ट किया है.
फेक कोविड रिपोर्ट रैकेट का भंडाफोड़
डीसीपी अतुल भाटिया ने कहा कि पुलिस को गुरुवार को एक पीसीआर कॉल मिली थी, जिसमें बताया गया था कि मालवीय नगर की जेनस्ट्रेक्स लैब में फेक कोविड रिपोर्ट्स तैयार की जा रही हैं.
ऐसे खुली टेस्टिंग लैब की पोल
उन्होंने आगे कहा कि फोन करने वाले विपुल सैनी के अनुसार, इस साल अप्रैल में उन्होंने कोल्ड डिवाइडिंग के लिए अपने रिश्तेदारों के सैंपल हिमांशु और प्रज्ञानंद शर्मा को दिए थे. उन्होंने दावा किया कि 25 अप्रैल को, उनके परिचित ऋषभ शुक्ला ने भी उन्हें अपना सैंपल दिया और 26 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे.
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रिकॉर्ड बुक में नहीं मिला सैंपल देने वाले का नाम
पुलिस अधिकारी ने कहा कि 28 अप्रैल को ऋषभ शुक्ला ने फिर से स्पाइस हेल्थ लैबोरेटरी में अपना सैंपल दिया, जहां की रिपोर्ट में वह निगेटिव आए. अधिकारी ने दावा किया कि 29 अप्रैल को विपुल सैनी, हिमांशु शर्मा और प्रज्ञानंद के साथ जेनेस्ट्रेस लैब में गए और क्रॉस चेक किया और पाया कि ऋषभ शुक्ला की कोविड रिपोर्ट इस लैब के रिकॉर्ड में नहीं थी.
हिमांशु ने तब कहा कि वह अपने चचेरे भाई प्रज्ञानंद के साथ घरों से सैंपल इकट्ठा करता था और जेनेस्ट्रिक्स लैब के रिकॉर्ड में शामिल किए बिना वहां काम करने वाले डॉक्टर मनीष कुमार सिंह को देता था. डीसीपी अतुल भाटिया ने कहा कि जेनस्ट्रेस लैब के फर्जी पेपर पर रिजल्ट प्रिंट किए जाते थे, जो उन्हें डॉक्टर देता था.