कहते हैं हेल्थ एक प्रोसेस है। आप एक दिन में हेल्दी नहीं होते। कई छोटी-छोटी चीजें आपको मजबूत बनाती हैं। यही बात इम्युनिटी पर भी लागू होती है। मजबूत इम्युनिटी हमारे बचपन के खान-पान पर भी निर्भर करती है। वहीं, बचपन में कुछ ऐसे टीके होते हैं, जिनके लगने से गंभीर बीमारियों से बचाव होता है। आज हम आपको ऐसे टीके बता रहे हैं, जिन्हें पांच साल के अंदर बच्चों को लगवाना बहुत जरूरी है।
ये टीके हैं बेहद जरूरी
-गर्भवती महिला एंव गर्भ मे पल रहे शिशु को टिटेनस की बीमारी से बचाने के लियेटिटेनसटाक्साइड 1 / बूस्टर टीका और दूसरा टीका एक महिने के अंतर में लगवाएं। अगर पिछले तीन वर्ष मे दो टीके लगे हों तो केवल एक टीका लगवा लेना ही काफी होता है।
-हेपेटाइटिस बी वायरस के संक्रमण से लीवर की सूजन आ जाती है, पीलिया हो जाता है और लंबे समय तक संक्रमण के बाद लीवर कैंसर का भी खतरा हो सकता है। यह टीका बेहद जरूरी है जो हिपेटाइटिस बी के संक्रमण से बचाव करता है।
-डीपीटी टीकों की एक श्रेणी होती है, जो इंसानो को होने वाले तीन संक्रामक बीमारियों डिफ्थीरिया, पर्टुसिस (काली खांसी) और टिटनेस से बचाव के लिए दिए जाते हैं।
-पोलियो का टीका पोलियो नामक बीमारी जिसमें बच्चे अपंग हो जाते हैं, से सुरक्षा प्रदान करता है। यह टीका भी बच्चों को जरूर लगवाना चाहिए।
-बच्चे को टीबी से बचाने के लिए अनिवार्य रूप से बी सी जी का टीका लगवा दें। बीसीजी का टीका लग जाने पर शिशु को टीबी की बीमारी से बचाया जा सकता है।
-हिब वेक्सीन का टीका बच्चों को डिफ्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, हेपेटाइटिस-बी और एच इन्फलांजी-बी से सुरक्षित रखता है। हिब बेक्टीरिया के संक्रमण से न्यूमोनिया एवं मष्तिष्क ज्वर (मेनिनजाइटिस) जैसी गंभीर बीमारी हो सकती हैं।