कोरोना की दूसरी लहर के बीच बीमा नियामक इरडा ने आरोग्य संजीवनी पॉलिसी की कवर राशि को दोगुना करने का निर्देश दिया है। बीमा कंपनियों को 1 मई तक 10 लाख रुपये तक की कवर वाली पॉलिसी पेश करना होगा।
बीमा विशेषज्ञों का कहना है कि पहली दफा स्वास्थ्य बीमा लेने वालों लोगों के लिए यह अच्छी खबर है। वह कम प्रीमियम में आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के तहत अब बड़ा कवर पा सकेंगे। पॉलिसी की शर्तें सभी कंपनियों के लिए एक जैसी होने से ग्राहकों को परेशानी भी नहीं होगी।
कोरोना कवर भी इसमें शामिल
देश में कोरोना की दूसरी लहर से हर तरफ कोहराम मचा है। ऐसे में आप आरोग्य संजीवनी पॉलिसी लेकर इस संकट के समय अपने और परिवार की रक्षा कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी में कोरोना कवर भी शामिल है। यानी अगर आप या आपका परिवार कोरोना संक्रमित होता है तो आप इस स्वास्थ्य बीमा के तहत इलाज पा सकते हैं।
पॉलिसी खरीदने की उम्र
नियामक ने इस स्टैंडर्ड हेल्थ पॉलिसी को चुनने की न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 65 साल तय की है। पॉलिसी को खुद के अलावा परिवार के सदस्यों के लिए लिया जा सकता है जिसमें जीवनसाथी, माता-पिता और सास-ससुर, 3 महीने से 25 साल के बीच आश्रित बच्चे शामिल हैं।
आसान प्रीमियम भुगतान का विकल्प
बीमा विशेषज्ञों के कहना है बढ़े कवर के साथ आरोग्य संजीवनी पॉलिसी अब और आकर्षक हो गई है। बीमाधारक आसानी से इस पॉलिसी को कम प्रीमियम चुकाकर खरीद सकते हैं। वह प्रीमियम का भुगतान सालाना, छमाही, तिमाही, मासिक आधार पर कर सकते हैं। सालाना प्रीमियम पेमेंट मोड के लिए 30 और अन्य के लिए 15 दिन का ग्रेस पीरियड मिलता है।
मिलने वाले कवर
अस्पताल में भर्ती होने का खर्च
आयुष ( आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा) उपचार पर खर्च
प्रीहास्पिटलाइजेशन में 30 दिन तक का खर्च
पोस्ट हास्पिटलाइजेशन में 60 दिन तक खर्च
डेंटल और प्लास्टिक सर्जरी केवल चोट या किसी बीमारी के कारण
प्रीमियम 50 प्रतिशत तक सस्ती
बीमा विशेषज्ञों का कहना है कि यह पॉलिसी बुनियादी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के मुकाबले 20 से 50 प्रतिशत सस्ती है। इसमें कई ऐसी बीमारियों को कवर दिया जा रहा है जो पहले से चली आ रही पॉलिसियो में नहीं हैं। निम्न मध्यम आय वर्ग के लिए यह एक बेहतर स्वास्थ्य बीमा विकल्प है।