छत्तीसगढ़ की राजधानी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां मेकाहारा में डॉक्टरों से बड़ी चूक हो गई. लापरवाही इतनी बड़ी कि जीवित महिला को मृत बताकर श्मशान भी भेज दिया. श्मशान घाट में महिला को चिता पर लेटाया गया. वहां पता चला महिला की पल्स चल रही थी.
रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां मेकाहारा में डॉक्टरों से बड़ी चूक हो गई. लापरवाही इतनी बड़ी कि जीवित महिला को मृत बताकर श्मशान भी भेज दिया. श्मशान घाट में महिला को चिता पर लेटाया गया. वहां पता चला महिला की पल्स चल रही थी. आनन-फानन में उसे वापस एम्बुलेंस से हॉस्पिटल लाने की कवायद शुरू की गई, लेकिन रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया.
दरअसल, कुशालपुर निवासी 72 वर्षीय लक्ष्मी देवी की तबीयत खराब होने पर उसे मेकाहारा अस्पताल लाया गया था. यहां डॉक्टरों ने ईसीजी मशीन से चेक कर बताया कि उसकी मौत हो गई है. महिला को एम्बुलेंस में लिटाकर गुकुल नगर मुक्ति धाम ले जाया गया. वहां एम्बुलेंस में मौजूद स्टाफ को लगा कि महिला का वजन मृत्यु के बाद भी नहीं बढ़ा है.
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आनन-फानन में मुक्ति धाम में डॉक्टर को बुलाया गया. वहां पहुंचे डॉक्टर ने महिला की प्लस रेट चेक की तो पता चला कि वह जिंदा थी. उसका ऑक्सीजन सेचुरेशन 80 था. बाद में उसे मुक्ति धाम से फिर मेकाहारा अस्पताल लाया गया. हालांकि अस्पताल पहुंचने के पहले ही उसकी मौत हो गई. मेकाहारा के डॉक्टरों ने लक्ष्मी देवी को दूसरी बार मृत घोषित कर दिया. लेकिन अपनी लापरवाही पर कुछ भी कहने से बचते रहे. महिला के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार करा दिया.