Used Cars Buying Benefits: भारतीय बाजार में बीते कुछ सालों में यूज्ड कार मार्केट (पुराने वाहनों की बिक्री) में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। नई कारों के साथ लोग पुराने कारों को खरीदने में भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। टाइट बजट और बढ़ते खर्च के बीच यूज्ड कार खरीदना एक बेहद ही समझदारी भरा फैसला साबित हो रहा है।
आम तौर पर लोगों के बीच धारणा बनी है कि पुराने (सेकेंड हैंड) वाहन खरीदना मुसिबत को न्योता देना है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, यदि आप समझदारी और पूरी परख के साथ पुराने वाहन खरीदते हैं तो ये न केवल आपके पैसे की बचत करता है बल्कि जब आप अपने पुराने वाहन को बेचते हैं तो आपके निवेश में भी कम से कम नुकसान होता है। तो आइये जानते हैं कि पुरानी कार खरीदने के कौन से बड़े फायदे होते हैं।
1)- कम कीमत:
पुरानी कार खरीदने का ये सबसे बड़ा फायदा होता है कि आप नई कार के मुकाबले तकरीबन आधी या उससे भी कम कीमत में कार के मालिक बन सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको थोड़े धैर्य की जरूरत होती है ताकि आपको सही डील मिल सके। आज कल कई कंपनियां भी पुराने वाहनों के लिए स्टोर शुरू कर चुकी हैं जहां पर आप अपने पसंद की कार का चुनाव कर सकते हैं।
2)- निवेश में कम मूल्यह्रास:
ये भी एक बेहद ही महत्वपूर्ण कारण है। क्योंकि नई कार खरीदने पर सबसे ज्यादा मूल्यह्रास (कार की कीमत में कमी आना) देखने को मिलता है। यह पहले तीन वर्षों के दौरान है कि एक कार अपने अधिकांश मूल्य खो देती है, कभी-कभी ये लगभग 60 प्रतिशत तक घट जाती है। वहीं पुराने वाहनों में मूल्यह्रास बेहद ही धीमीं गति से होता है, जिससे यूजर दोबारा अपनी पुरानी कार बेचने पर ज्यादा से ज्यादा पैसे प्राप्त कर सकता है।
3)- कोई एक्स्ट्रा खर्च नहीं:
पुराने वाहन खरीदने के दौरान आपको कार की कीमत के अलावा अन्य कोई भी अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना होता है। जैसे कि नई कार की खरीदारी के समय आपको रजिस्ट्रेशन, रोड टैक्स और अन्य आरटीओ संबंधी खर्च को भी वहन करना होता है। इसलिए यदि आप पुरानी कार खरीदते हैं तो आप केवल वाहन के लिए भुगतान करते हैं।
4)- एक्सटेंडेड वारंटी का लाभ:
आज के समय में बहुत सी वाहन निर्माता कंपनियां एक्स्टेंडेड वारंटी भी दे रही है। वहीं ज्यादातर ग्राहक इसे खरीद भी रहे हैं जो कि 5 साल से लेकर 7 साल तक की वारंटी दे रही है। यदि आप भी ऐसी कोई डील प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं तो आप भी बिना पैसे खर्च किए एक्स्टेंडेड वारंटी का लाभ उठा सकते हैं।
5)- कंपनी की तरफ से वारंटी:
जैसा कि हमने आपको पूर्व में बताया कि, बहुत सी कंपनियां खुद भी प्री-ओंड कार बिजनेस में हैं, वो भी अपने पुराने वाहनों पर तकरीबन 1 साल तक की वारंटी दे रही है। उन कंपनियों में मारुति सुजुकी की ट्रूवैल्यु, हुंडई की एच-प्रॉमिस और महिंद्रा एंड महिंद्रा की फर्स्ट च्वाइस इत्यादि शामिल हैं। आप इनके आधिकारिक वेबसाइट के अलावा नजदीकी प्री-ओंड डीलरशिप से भी संपर्क कर सकते हैं।
6)- कम इंश्योरेंस:
नई कारों के मुकाबले पुरानी कारों के इंश्योंरेंस के लिए आपको कम बीमा प्रीमियम देना होता है। क्योंकि इंश्योरेंस का प्रीमियम वाहन की उम्र और मार्केट वैल्यू के अनुसार ही तय किया जाता है। इस लिहाज से जब आप पुरानी कार खरीदते हैं तो आपको इंश्योरेंस के लिए बेहद ही कम पैसे खर्च करने पड़ते हैं।
7)- आसानी मासिक किस्त:
एक नए वाहन को फाइनेंस करवाने के दौरान आपको ज्यादा डाउन पेमेंट के साथ ही हर महीने दी जाने वाली भारी मासिक किस्त (EMI) का भुगतान करना होता है। लेकिन पुराने वाहनों की खरीदारी के दौरान ये काफी हद तक कम हो जाता है, क्योंकि फाइनेंस अमाउंट कम होने पर आसान किस्तों के भुगतान करने का मौका मिलता है।