सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। भारत नेपाल सीमावर्ती नक्सलवाड़ी चौरंगी मोड़ पर शनिवार तड़के भीषण अग्निकांड में 9 दुकानें जलकर खाक हो गई है। इस हादसे में10 से 15 लाख रुपए का नुकसान बताया गया है। आग पर काबू पाने के लिए नक्सलबाड़ी और माटीगाड़ा से दमकल के चार वाहन मौके पर पहुंच गए थे। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दार्जिलिंग ग्रामीण डीएसपी अचिंत गुप्त ने बताया कि अग्निकांड के बाद दुकानों और बाजार की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मौजूद है।
जिन दुकानदारों का नुकसान हुआ है उसमें टोप्पो प्रमाणिक चॉकलेट बिस्कुट समेत खाने पीने का सामान, बबलू घोष मिठाईवाला, हिरण मय आचार्य फल की दुकान, एमडी गोल्डन जूता-चप्पल की दुकान, शिशिर पाल चाय पत्ती की दुकान, रतन भौमिक टीवी, फ्रिज इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान, वीरेंद्र पाल जूता चप्पल की दुकान, दिलीप घोष सोना चांदी की दुकान आदि प्रमुख है।
दुकानदारों का कहना है कि शनिवार तड़के लगभग 4:00 बजे अचानक आग लगने की जानकारी लोगों को मिली। यहां दुकान के पास ही एक बिजली पोल से कई दिनों से विद्युत तार से चिंगारी निकल रही थी। उससे निकली चिंगारी नीचे के दुकान में बंधे प्लास्टिक में गिरा और उसके बाद धीरे-धीरे आग फैल कर एक से दूसरे दुकान में फैलता चले गया। काफी पुराना दुकान होने के कारण ज्यादातर दुकान काठ के बने हुए थे। जो अग्निकांड में पूरी तरह राख में तब्दील हो गया। दुकानदारों का कहना है कि लगभग 10 से 15 लाख के राशि का नुकसान इस अग्निकांड में हुआ है। संयोग था कि दुकान के अंदर कोई भी व्यक्ति सोया हुआ नहीं था।
नक्सलबाड़ी व्यवसाई समिति की ओर से अग्नि पीड़ितों की सहायता के लिए शाम 4:00 बजे बैठक बुलाई गई है। बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि किस प्रकार इस प्रकार के अग्निकांड को रोका जाए और पीड़ित दुकानदार को सहयोग दिया जा सके। भारतीय जनता पार्टी जिला सचिव नक्सलबाड़ी निवासी दिलीप बोराई नाइस अग्निकांड की जानकारी सांसद राजू बिष्ट को दी है। आचार संहिता के कारण सीधे तौर पर लोगों तक सहायता नहीं दी जा सकती लेकिन प्रशासनिक स्तर पर किया किया जा सकता है इसके लिए सांसद लगातार प्रयासरत हैं। शनिवार दोपहर तक अग्निकांड पीड़ित दुकानदारों के पास लगातार जनप्रतिनिधियों का आना जाना लगा हुआ है। अग्नि कांड के कारण पूरे बाजार में दहशत और मायूसी देखा जा रहा है।