जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग की ओर से इस बार भी फ्रंट लाइन वर्कर और कोरोना योद्धाओं को आयुष रक्षा किट बांटी जाएगी। यदि आप भी इस किट को पाना चाहते हैं तो अपना आधार साथ जरूर रखें।
कोरोना से जंग के लिए आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग ने बीते साल जिलेभर में 32 हजार से अधिक आयुष रक्षा किट बांटी थी। यह किट लोगों में इम्युनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करती है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस बार 50 हजार आयुष रक्षा किट की डिमांड की गई है। ऐसा काफी हद तक संभव है कि इस बार किट लेने वाले व्यक्ति से आधार कार्ड भी मांगा जा सकता है। फिलहाल निर्देशों का इंतजार है।
किट में यह मौजूद
आयुष रक्षा किट में अश्वगंधा टेबलेट और पिप्पली, सौंठ, तुलसी आदि से निर्मित सूखा काढ़ा होता है। इस काढ़े को गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन किया जाता है।
अश्वगंधा टेबलेट के फायदे
किट में शामिल अश्वगंधा टेबलेट कई बीमारियों की अचूक दवा है। इससे थायरॉइड, कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण पाया जा सकता है। साथ ही पुरुषों में हार्मोन के स्तर को बढ़ाने और चिंता और तनाव को कम करने के काम भी अश्वगंधा आता है। अश्वगंधा के सेवन से खून में लाल, सफेद सेल्स और प्लेटलेट्स भी बढ़ते हैं।
काढ़ा भी कम नहीं
किट में शामिल ताजा गिलोय, वासा, तुलसी, सौंठ, काली मिर्च, पिप्पली, दालचीनी आदि औषधियां भी काम की चीज हैं। यह काढ़ा शरीर में ताजगी तो बनाए ही रखता है साथ में इसके नियमित सेवन से कई तरह के शारीरिक विकार भी दूर होते हैं।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारी डा. महेंद्र सिंह गुंज्याल इस बार जिले के लिए 50 हजार आयुष रक्षा किट की डिमांड की गई है। इसका लाभ उठाने वालों को आधार कार्ड की भी जरूरत पड़ सकती है। इस संबंध में दिशा-निर्देश मिलते ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।