Coronavirus: एक सिंगल मास्क पहनने से भी आपको कोरोना संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा मिलेगी. एक शख्स के लिए जरूरी है कि अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क पहनने जो चेहरा और नाक को ढंक सके और रोगाणुकों के दाखिले को रोक सके. ढीला, छिद्र युक्त या मास्क के गलत इस्तेमाल उसे सुनिश्चित नहीं करेगा. लेकिन क्या मास्क के डबल करने से सुरक्षा भी दोगुनी हो जाती है.
Coronavirus: दो मास्क एक मास्क से बेहतर है. कोविड-19 के फैलाव को कम करने के लिए सीडीसी की नई गाइडलाइन्स में मास्क को दोहरा करना है. सीडीसी की रिसर्च के मुताबिक, सर्जिकल मास्क के ऊपर क्लॉथ मास्क पहनने से सर्जिकल मास्क को अधिक अनुकूल बनाता है. मास्क जितना करीब आपके चेहरे से फिट होगा, उतना ही मास्क और आपके चेहरे के बीच कम जगह बनेगी. ये वायरस को घुसने के लिए अंतराल या छेद को कम करेगा और सुरक्षा लेवल देगा.
कोरोना संक्रमण के खिलाफ डबल मास्क क्या एक मास्क से बेहतर है?
लैब आधारित परीक्षण मास्क की उपयोगिता को अधिक करने के लिए अच्छी तरह से फिट होने का महत्व जाहिर होता है. सीडीसी का कहना है कि दो डिस्पोजेबल मास्क एक साथ पहनने की सिफारिश नहीं की जाती है. सर्जिकल मास्क वायरल कणों को छानने का अच्छा काम करते हैं, लेकिन ये हमेशा अनुकूल नहीं होते क्योंकि किनारे पर अंतर छोड़ सकते हैं. मास्क वायरस के अंशों वाली सांस की बूंदों को अवरोध और फंसाने का काम करते हैं. जितना ज्यादा शारीरिक अवरुद्ध होगा, उतना ही ज्यादा आप इन बूंदों को रोक सकते हैं, इस तरह आपके और आपके आसपास का खतरा कम हो जाता है.
आदर्श रूप से मास्क जितना ज्यादा लेयर वाले होंगे, उतना ही बेहतर होगा, विशेषकर पतला कपड़े का फेस कवर पहनना. शोधकर्ताओं ने रिसर्च के लिए दो नमूनों को छह फीट की दूरी पर ये जांचने के लिए रखा कि कितने कण निकलते हैं. ऐसा देखा गया कि जब नमूनों को एक मास्क पहनाया गया, तब उसने 40 फीसद कणों को रोक दिया. इसके विपरीत, डबल मास्क वाली रणनीति कणों के फैलाव और ट्रांसमिशन को 80 फीसद तक अवरोद्ध कर सकी. सबसे अच्छे नतीजे उस वक्त पाए गए जब अच्छी तरह से फिट कपड़े के मास्क का इस्तेमाल सर्जिकल मास्क पर किया गया, जिससे ज्यादा प्रतिशत तक ट्रांसमिशन की दर को रोकने में सफलता मिली.
खास जगहों या स्थिति के लिए ये रणनीति ज्यादा फायदेमंग साबित
मेडिकल की भाषा में कहा जाए, तो अतिरिक्त लेयर का इस्तेमाल या मास्क ज्यादा सख्त बैरियर बना सकता है जो कीटाणुओं और वायरस को बढ़ने और संक्रमण फैलाने से रोकेंगे. ये किसी संक्रमण की संक्रामकता को रोकने में बेहतर काम भी कर सकता है. कोविड-19 के नए स्ट्रेन और म्यूटेशन को देखते हुए रोकथाम योजना अपनाने के लिए मजबूत हो सकता है. हालांकि, डबल मास्क के अपने फायदे हैं, मगर इसके बावजूद असुविधाजनक हो सकता है. डबल मास्क का फायदा सबसे ज्यादा फ्रंटलाइन पर रहकर कोविड-19 के खिलाफ जंग में लगे लोगों को पहुंचेगा.
डबल मास्क को पहनने की सिफारिश उस वक्त भी की जाती है जब आप गुणवत्ता या मास्क की उपयोगिता के बारे में अनिश्चित हों. उसी तरह, ये रणनीति खास जगहों या स्थिति में भी ज्यादा फायदेमंग होगी. हालांकि, घर पर बैठे हुए, कम संक्रामक वाली जगह का दौरा करने पर मास्क को डबल करने की वास्तव में आपको जरूरत नहीं है. डबल मास्क पहनना उन जगहों पर प्रभावी होगा जिसे कोविड-19 का हॉटबेड समझा जाता है या संक्रमण के फैलाव के लिए ज्यादा खतरा वाले जाने जाते हैं. सार्जवनिक परिवहन, भीड़भाड़ वाले इलाके, खराब वेंटिलेशन वाली जगहें, स्वास्थ्य सुविधा केंद्र को कोविड-19 का हॉटबेड समझा जाता है.