भारत में जितनी तेजी से बैंकिंग सेवाएं ऑनलाइन हो रही हैं, उससे अधिक तेजी से फ्रॉड भी हो रहे हैं। आए दिन किसी-ना-किसी के साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड हो जाता है, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग समय पर और सही जगह पर अपने साथ हुए फ्रॉड की शिकायत नहीं कर पाते हैं। ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने और लोगों की कमाई बचाने के लिए होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने हाथ मिलाया है। होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया है जिसपर आप तुरंत शिकायत कर सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…
होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 155260 हेल्पलाइन पर शुरू किया है। यदि आप किसी भी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होते हैं तो तुरंत इस नंबर पर कॉल करें। 7 से 8 मिनट में आपके खाते से उड़ाए गए पैसे जिस आईडी से दूसरे खाते में ट्रांसफर हुई होगी। हेल्पलाइन से उस बैंक या ई-साइट्स को अलर्ट मैसेज पहुंचेगा। फिर रकम होल्ड पर चली जाएगी।
ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को रोकने के लिए गृह मंत्रालय के साइबर पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के साथ 155260 पायलट प्रोजेक्ट पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ था लेकिन अब इसे पूरी तरह लॉन्च कर दिया गया है। इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन का ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसकी पहली यूजर दिल्ली बनी है। राजस्थान को भी जोड़ा गया है। इसके बाद सभी स्टेट यूजर्स बन जाएंगे।
करीब 55 बैंक्स, ई वॉलेट्स, ई कॉमर्स साइट्स, पेमेंट गेटवेज व अन्य संस्थानों के साथ मिलकर इंटरकनेक्ट प्लेटफॉर्म है जिसका नाम है ‘सिटिजन फाइनेंसियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग सिस्टम’। इस प्लेटफॉर्म के जरिए बेहद कम समय में ऑनलाइन फाइनेंसियल फ्रॉड्स के शिकार लोगों को बचाया जा सकता है। इस हेल्पलाइन के माध्यम से हम अब तक 21 लोगों के 3 लाख 13 हजार रुपये बचाए गए हैं।
इस हेल्पलाइन नंबर की दस लाइनें हैं, ताकि किसी को यह नंबर बिजी न मिले। यदि आप हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करते हैं तो आपसे नाम, नंबर, और घटना की टाइमिंग पूछी जाएगी। बेसिक डिटेल्स लेकर इसे आगे संबंधित पोर्टल और उस बैंक, ई कॉमर्स के डैश बोर्ड पर भेज दिया जाएगा। साथ ही पीड़ित का जो बैंक है, उसको जानकारी शेयर की जाएगी। फ्रॉड के 2 से 3 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। अतः जितना जल्दी हो सके शिकायत करें। आप https://cybercrime.gov.in/ पर भी शिकायत कर सकते हैं।