Defence Update: नेशनल डिफेंस एकेडमी (National Defence Academy) के पूर्व छात्र रहे लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को दिसंबर 1984 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में भर्ती किया गया था. 35 साल से ज्यादा के करियर में उन्होंने कई अहम पदों पर कार्य किया है.
नई दिल्ली. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Lieutenant General Upendra Dwivedi) ने शनिवार को सेना के उप प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है. खास बात है कि इससे पहले वे 9 कॉर्प्स के कमांडर थे. द्विवेदी से पहले भारतीय सेना में यह जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती संभाल रहे थे. मोहंती बीती फरवरी को ही आर्मी स्टाफ के उप प्रमुख बनाए गए थे. इस समय भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे हैं.
नेशनल डिफेंस एकेडमी के पूर्व छात्र रहे लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को दिसंबर 1984 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में भर्ती किया गया था. 35 साल से ज्यादा के करियर में उन्होंने कई अहम पदों पर कार्य किया है. उन्होंने ऑपरेशन रक्षक के दौरान चौकीबल में विद्रोह के खिलाफ कार्रवाई, मणिपुर के असम राइफल सेक्टर (ऑपरेशन राइनो) में बटालियन का नेतृत्व किया था.
खास बात है कि बीती एक फरवरी में ही लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती ने उप प्रमुख का कार्यभार संभाला था. इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी इस पद पर थे जो रविवार को सेवानिवृत्त हुए थे. पीटीआई भाषा के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती ने चार दशक के अपने सेवाकाल में कई अहम पदों पर काम किया है. उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा की कमान संभालने के अलावा डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में बहुराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र ब्रिगेड का नेतृत्व किया है. उप सेना प्रमुख के पद पर नियुक्ति से पहले वह सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख थे.