रायपुर. बीजापुर नक्सली हमले के दौरान गायब हुआ जवान माओवादियों के कब्जे में है. नक्सलियों ने खुद ही यह सूचना मीडिया को दी है. नक्सलियों ने कहा कि कब्जे में लिए गए जवान को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है. जवान की पहचान राकेश्वर सिंह के तौर पर की गई है. जानकारी के मुताबिक गायब जवान नक्सल विरोधी ऑपरेशन को अंजाम देने वाले कोबरा बटालियन का है. नक्सली हमले में कुल 24 जवान शहीद हुए हैं, जबकि कई अन्य घायल हैं. नक्सलियों ने कोबरा जवान के अपने कब्जे में होने की सूचना ऐसे समय में दी है, जब देश के गृह मंत्री अमित शाह हमले के बाद छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं.
छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर के सीमा पर शनिवार को नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हो गई थी. नक्सली कमांडर हिड़मा की तलाश में गए सुरक्षाबल के जवानों पर नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया था, जिसमें दो दर्जन से ज्यादा जवान शहीद हो गए. वहीं एक जवान अभी तक लापता है. पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ में कई नक्सलियों को भी जवानों ने मार गिराया है. नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत देशभर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज सुबह जगदलपुर पहुंचे, जिसके बाद नक्सलियों के इस दावे ने सबको चौंका दिया है. नक्सलियों ने मीडिया को सूचना दी कि हमले के बाद लापता जवान उनके कब्जे में है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी पिछले महीने नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के ऊपर बड़ा हमला किया था. नारायणपुर में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की बस को विस्फोट कर उड़ा दिया था. उसके बाद एक पखवाड़े के भीतर बीजापुर में सुरक्षाबल एक बार फिर नक्सलियों के बिछाए एम्बुश में फंसे गए, जिसके कारण 24 जवान शहीद हो गए. बीजापुर मुठभेड़ के बाद जहां सिर्फ 5 जवानों के शहीद होने की सूचना आई थी, वहीं घटना के 24 घंटे बाद अन्य जवानों के शहीद होने के बारे में जानकारी मिल पाई. इसके बाद राज्य सरकार ने कहा कि सुरक्षाबल नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देंगे, इसके लिए व्यापक रणनीति तैयार की जा रही है.