चंडीगढ़. मौसम के बदलते तेवरों ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पैदा कर दी है, मौसम विभाग की मानें तो 6 और 7 अप्रैल को बारिश के आसार हैं. बारिश की वजह से गेहूं की फसल पर विपरीत असर पड़ सकता है. जबकि मंडी में गेहूं की आवक तेज होने से उसे बरसात से बचाने के लिए मंडी प्रशासन को मशक्कत करनी होगी. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अभी मौसम गेहूं की फसल के अनुकूल बना हुआ है. गेहूं की फसल अच्छी तरह से पक रही है और गेहूं कटाई का कार्य भी तेजी से चल रहा है. बरसात की आशंका जरूर चिंता पैदा कर रही है.
मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार 5 अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा और इसके बाद बदलाव देखने को मिल सकता है. 6 और 7 अप्रैल को बरसात के आसार बन रहे हैं. जबकि अधिकतम में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है. बरसात की संभावना बनने से गेहूं कटाई का काम प्रभावित होने के साथ ही गेहूं की पकी हुई फसल पर भी असर पड़ेगा.
दिन में गर्मी, रात में मामूली ठंड
करनाल में अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री रहा. आद्रता 55 प्रतिशत रही. न्यूनतम तापमान में कमी आने से सुबह व शाम के समय हलकी ठंड महसूस की गई. जबकि दिन के समय गर्मी का असर देखने को मिला.
मौसम विभाग के अनुसार पांच अप्रैल को मौसम साफ रहेगा और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है. इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में भी इजाफा होगा. इससे गर्मी का असर बढ़ सकता है. इस दिन में गेहूं कटाई के कार्य में तेजी आएगी तो साथ ही मंडी में गेहूं की आवक में भी तेजी आएगी.