HDFC बैंक ने 29 महीनों के लंबे इंतजार के बाद अपने ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposits) पर ज्यादा ब्याज देने का तोहफा दिया. नई ब्याज दरें 30 मार्च से प्रभावी हो गयी हैं.
नई दिल्ली. निजी सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ा नए फाइनेशियल ईयर की शुरूआत के साथ ही बड़ा तोहफा दिया है. बैंक ने 29 महीनों के बाद फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है. होम लोन देने वाली एचडीएफसी लि. (HDFC Ltd) ने विभिन्न अवधि के फिक्स्ड डिपॉजिट्स (Fixed Deposits) पर ब्याज दर 0.25 फीसदी तक बढ़ा दी है. नई ब्याज दरें 30 मार्च से प्रभावी हो गयी हैं.
आपको बता दें कि अक्टूबर 2018 के बाद बैंक ने ब्याज दरों में इजाफे का फैसला किया है. इसने 33 से 99 महीनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर 10 से 25 बेसिस पॉइंट्स (0.10 फीसदी से 0.25 फीसदी) के बीच ब्याज दरें बढ़ाई हैं. इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा.
जानिए ब्याज दरों में कितने फीसदी की हुई बढ़ोत्तरी
>> 33 महीने की परिपक्वता अवधि वाले 2 करोड़ रुपए तक के मियादी जमा पर सालाना ब्याज दर 6.20 फीसदी होगी.
>> 66 महीने के लिये मियादी जमा पर 6.60 फीसदी ब्याज मिलेगा.
>> 99 महीने की मियादी जमा पर ब्याज दर को 6.65 फीसदी रखा गया है.
>> इसी समय के लिए सीनियर सीटिजन को एफडी पर आम से 0.25 फीसदी अधिक ब्याज मिलेगा.
एफडी की खासियत
एफडी 12 महीने से लेकर 120 महीने तक की किसी भी अवधि की करा सकते हैं. इसके अलावा आवश्यकता के आधार पर मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक पेमेंट ऑप्शन चुन सकते हैं. एचडीएफसी जैसी कंपनियों को रेटिंग मिलती है. जितनी अधिक रेटिंग उतनी ही वे सुरक्षित होती है.
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, पंजीकृत निवेश सलाहकार निशीथ बलदेवदास ने कहा कि जो निवेशक केवल रिटर्न के लिए एफडी में निवेश करना चाहते हैं, वे इस प्रकार के एफडी में निवेश कर सकते हैं. एचडीएफसी लिमिटेड फिक्स्ड डिपॉजिट को छोड़कर कुछ हाई रेटेड कॉर्पोरेट एफडी भी हैं जो वर्तमान में बैंक एफडी और छोटी बचत योजनाओं की तुलना में ज्यादा रिटर्न प्रदान कर रहे हैं.