Rajinikanth Dadasaheb Phalke Award 2021 : दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा अवार्ड दादा साहेब फाल्के अवार्ड मिलेगा. आज केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने इसकी घोषणा की है.
Rajinikanth Dadasaheb Phalke Award: दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा अवार्ड दादा साहेब फाल्के अवार्ड मिलेगा. आज केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने इसकी घोषणा की है. उन्होंने बताया है कि रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवार्ड तीन मई को दिया जाएगा. रजनीकांत की उम्र 71 साल है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने कहा, ”सिनेमा में शानदार योगदान के लिए अभी तक ये अवार्ड 50 बार अलग-अलग हस्तियों को दिया जा चुका है. अब 51वां अवार्ड सुपरस्टार रजनीकांत को दिया जाएगा. इस अवार्ड के लिए रजनीकांत के चयन से देश को खुशी मिलेगी.”
साउथ में मिला है ‘भगवान’ का दर्जा
12 दिसंबर 1950 को रजनीकांत का जन्म बेंगलुरू के मराठी परिवार में हुआ था. गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड में ही नहीं बॉलीवुड में भी काफी नाम कमाया. साउथ में तो रजनीकांत को थलाइवा और भगवान कहा जाता है. रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है.
25 साल की उम्र में की थी फिल्मी करियर की शुरूआत
रजनीकांत ने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की. उनकी पहली तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागनगाल’ थी. इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं. 1975 से 1977 के बीच उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में कमल हासन के साथ विलेन की भूमिका ही की. लीड रोल में उनकी पहली तमिल फिल्म 1978 में ‘भैरवी’ आई. ये फिल्म काफी हिट रही और रजनीकांत स्टार बन गए
अलग स्टाइल के बादशाह हैं रजनीकांत
साउथ में शोहरत की बुलंदियां छूने के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड का रुख किया और फिल्म ‘अंधा कानून’ से डेब्यू किया. बॉलीवुड में भी अपनी दमदार एक्टिंग और सिग्नेचर स्टाइल से उन्होंने लोगों को अपना दीवाना बना लिया. उनका सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज हो या सिक्का उछालने का यूनिक स्टाइल हो या चश्मा पहनने और हंसने का अंदाज सभी को काफी पसंद किया गया. देश ही नहीं विदेशों में भी रजनीकांत के स्टाइल की कॉपी की गई.