कामयाबी से पहले कपिल शर्मा के जीवन में भी स्ट्रगल की एक लंबी दास्तां है. जिसमें कई उतार चढ़ाव, कई दुख तकलीफ उन्होंने झेले लेकिन आज वो द कपिल शर्मा बन चुके हैं. कपिल जिनकी जिंदगी का असल संघर्ष शुरु हुआ उनके पिता की मौत के बाद.
वो साल 2004 था जब कपिल के पिता का निधन हुआ वो कैंसर से जूझ रहे थे. उनके पिता पंजाब पुलिस में थे, कपिल चाहते तो उन्हें उनके पिता की जगह नौकरी आसानी से मिल सकती थी लेकिन उस वक्त कपिल ने अपने मन की सुनी. और नौकरी से इंकार कर दिया. हालांकि उनके सामने घर चलाने की एक बड़ी चुनौती मुंह बांहे खड़ी थी.
आखिरकार कपिल को कुछ तो करना ही था तो उन्होंने फोन बूथ में काम करना शुरु कर दिया. हालांकि कपिल का सपना 9 से 5 की नौकरी नहीं था. बल्कि उनकी उड़ान काफी ऊंची थी. लेकिन फिलहाल घर को संभालना जरुरी था तो उन्होंने यहां नौकरी कर पहले खुद को मजबूत कियाा और घरवालों को संभाला.
तकरीबन चार सालों तक वो नौकरी करते रहे लेकिन इस दौरान कपिल यूनिवर्सिटी और कॉलेज में शोज़ किया करते थे. क्योंकि उनके अंदर एक्टिंग और सिंगिंग का कीड़ा मौजूद था. उसी कीड़े को शांत करने के लिए वो छोटे छोटे स्टेज शो करते. आखिरकार उन्हें अपनी प्रतिभा दुनिया को दिखाने का मौका मिला 2008 में.
साल 2008 में लाफ्टर रियलिटी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के तीसरे सीज़न में कपिल ने हिस्सा लिया इससे पहले वो इसके दो सीज़न अच्छे से देख और समझ चुके थे लिहाज़ा उन्होनें ये मौका हाथ से जाने नहीं दिया. वो तीसरे सीज़न में आए और किस्मत देखिए कि वो जीत भी गए.
बस यही से कपिल की जिंदगी की असर दौड़ शुरु हो गई. इसके बाद वो कॉमेडी सर्कस से जुड़े और ये अपने आप में ही इतिहास है कि इसके 6 सीज़न कपिल ने ही जीते थे. उनकी पॉपुलैरिटी बढ़ी तो उन्हें अनगिनत मौके मिलते गए खुद को बेस्ट साबित करने के.
आखिरकार उनका पहला निजी शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल लॉन्च हुआ. बॉलीवुड के जाने माने सेलेब्स का इंटरव्यू लेकर वो ऐसे छाए कि आज कपिल का नशा लोगों को दिलो दिमाग से उतर ही नहीं रहा है