नई दिल्ली: हिंदू पंचांग (Panchang) का पहला महीना चैत्र है. ज्योतिष शास्त्र (Jyotish) के अनुसार इस महीने में चित्रा नक्षत्र (Chitra Nakshatra) लगती है और चित्रा नक्षत्र से संबंध होने के कारण ही इस महीने का नाम चैत्र है. चैत्र मास (Chaitra Month) से ग्रीष्म ऋतु शुरू हो जाती है और होलाष्टक की वजह से शुभ कार्यों पर लगी रोक भी हट जाती है. चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत ही रंगों के त्योहार होली (Holi) के साथ होती है. इस साल चैत्र का महीना 29 मार्च 2021 सोमवार से शुरू हुआ जो 27 अप्रैल मंगलवार को खत्म होगा.
चैत्र के महीने में नवरात्रि और रामनवमी जैसे पर्व
हिंदू पंचांग के पहले महीने की शुरुआत भले ही हो गई हो लेकिन नए साल की शुरुआत (New Year) चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होगी जो 13 अप्रैल को है. इसी दिन से चैत्र नवरात्रि भी प्रारंभ हो रही है. नवरात्रि (Chaitra Navratri) के साथ इस दिन गुड़ी पड़वा भी मनाया जाता है और इसी दिन से नया विक्रम संवत 2078 भी आरंभ हो जाएगा. चैत्र के महीने में नवरात्रि के अलावा शीतला अष्टमी, बैसाखी, रामनवमी जैसे त्योहार भी आते हैं. अंग्रेजी माह के अनुसार चैत्र का महीना मार्च-अप्रैल के बीच आता है, लेकिन इस बार मार्च के आखिर में 29 तारीख से चैत्र महीने की शुरुआत हुई है.
चैत्र के महीने में गुड़ न खाएं, चना खाएं
चूंकि महीने के साथ ही मौसम में भी बदलाव होने लगता है, इसलिए हर महीने में कुछ खास चीजें खाने की सलाह ही जाती है जबकि कुछ चीजें बिल्कुल न खाने की हिदायत. हिंदू पंचांग के पहले महीने चैत्र की बात करें तो चैत्र के महीने में गुड़ खाने से मना किया जाता है (Avoid Jaggery). साथ ही शक्कर, मिश्री और अन्य मीठी चीजें भी कम ही खानी चाहिए. चैत्र के महीने में गुड़ खाने से सेहत खराब हो सकती है. मीठे के साथ ही खट्टे फल भी चैत्र के महीने में कम ही खाने चाहिए. इसके अलावा बासी खाना भी पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए.
तो वहीं चैत्र के महीने में चना खाने की (Eat Chana) सलाह दी जाती है और खूब सारा पानी भी पीना चाहिए. चैत्र के महीने में दिन और रात के तापमान में काफी अंतर होता है, इसलिए भी खानपान में संतुलन रखने की सलाह दी जाती है.