वास्तुशास्त्र भवन निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है. घर में पेड़ों को लगाने से पहले जांच लें कि ये वास्तु के अनुसार घर में लगाए जा सकते हैं या नहीं.
घर में सकारात्मक ऊर्जा के संचार में पेड़ों का खासा महत्व है. तुलसी पौधा और केले के वृक्ष लगाने के बारे में लगभग सब जानते हैं. इसके साथ ही कुछ पेड़ ऐसे होते हैं जिन्हें घर में नहीं लगाया जाना चाहिए. यदि लगाना ही हो तो उन्हें उस स्थान पर लगाना चाहिए, जहां पेड़ की छाया भवन पर न पड़े.
वास्तु के अनुसार गहरी जड़ वाले पड़ों को घर में नहीं लगाना चाहिए. इससे भवन की नींव कमजोर होती है. बरगद जैसे भारी जड़दार वृक्षों को घर में नहीं लगाएं. इसी प्रकार नींव और पीपल इत्यादि के अलावा जंगल में उगने वाले सभी घने और चौड़े पत्तेदार पौधों को घर में न लगाएं. ऐसे पौधे अगर घर में लगे हुए हैं तो इन्हें जड़ जमाने से पहले कहीं और शिफ्ट कर दें.
घरों में केवल सीजनल पौधे, बेल और झाड़ीदार वृक्ष ही लगाना चाहिए. पपीते जैसे सीधे और नाजुक तनेदार वृक्षों को भी लगाया जा सकता है. घर में केवल गमलों में लग सकने वाले पौधों को लगाएं. बोनसाई इसमें अत्यंत कारगर तरीका है. इससे आप वृक्ष की खूबियों का लाभ भी ले पाएंगे और घर के वास्तु पर भी प्रभाव नहीं पड़ेगा.
इस बात का भी ध्यान रखें कि ऐसे वृक्षों से भी बचें जिनकी शाखा तने और पत्तों से दूधनुमा जहरीला चिपचिपा पदार्थ निकलता हो.