देश में ज्यादातर मोबाइल फोन यूजर्स मैसेजिंग ऐप WhatsApp का इस्तेमाल कर ही रहे हैं. ये बात भी सच है कि प्राइवेसी पॉलिसी (Privacy Policy) को लेकर ज्यादातर यूजर्स WhatsApp से नाराज भी रहे हैं. भले WhatsApp ये दावा करती हो कि आपके मैसेज इंक्रिप्टेड हैं. लेकिन इस बीच केंद्र सरकार एक नया कानून लाने जा रही है. एक बार जरूर पढ़ लें वरना आपकी लापरवाही परेशानी बन सकती है.
1/5 झूठ और अफवाह फैलाने वालों की खैर नहीं
टेक साइट telecomtalk के मुताबिक केंद्र सरकार देश में अफवाह और झूठ फैलाने वालों पर लगाम कसना चाहती है. इसी के लिए अब भारत सरकार ने एक नया मसौदा तैयार किया है जिसकी मदद से WhatsApp पर अफवाह फैलाने वालों को तुरंत पकड़ा जा सकेगा.
2/5 Alpha-Numeric Hash सिस्टम का होगा इस्तेमाल
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने WhatsApp से Alpha-Numeric Hash Assigning System लागू करने कहा है. इस सिस्टम के लागू होने के बाद अफवाह फैलाने वाले लोगों की तुरंत शिनाख्त हो पाएगी.
3/5 कैसे पकड़े जाएंगे अफवाह फैलाना वाले
दरअसल Alpha-Numeric Hash Assigning System के तहत हर मैसेज के साथ एक खास नंबर जेनेरेट होगा. इस सिस्टम से मैसेज भेजने वालों को ट्रैक किया जा सकेगा. सरकार का मानना है कि इससे प्राइवेसी पर कोई असर पड़ेगा.
4/5 WhatsApp के मौजूदा प्राइवेसी पॉलिसी का नहीं होगा उल्लंघन
जानकारों का कहना है कि WhatsApp फिलहाल end-to-end encryption टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. जिसकी वजह से सिर्फ सेंडर और रिसीवर ही मैसेज देख सकते हैं. सरकार का कहना है कि नए सिस्टम को लागू करने से प्राइवेसी सिस्टम का उल्लंघन नहीं होगा.
5/5 WhatsApp और सरकार के बीच तकरार
केंद्र सरकार के इस नए प्रस्ताव को WhatsApp मानना नहीं चाहता. कंपनी का कहना है कि इससे ऐप के प्राइवेसी पॉलिसी का उल्लंघन होता है. जबकि भारत सरकार इस नए प्रस्ताव को देश में Law and Order से जोड़कर देख रही है.