Coronavirus Latest Update: महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पाबंदियां और कड़ी कर दी गईं. शुक्रवार को देश में कोरोना संक्रमण के करीब 40 हजार मामले सामने आए जो करीब चार महीने में एक दिन में आए सबसे ज्यादा मामले हैं.
नई दिल्ली: होली से पहले केंद्र सरकार ने शुक्रवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि लोग कोविड-19 नियमों जैसे- मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और साफ-सफाई का पालन करें. केंद्र ने यह निर्देश देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के मामलों में आई तेजी के बाद दिया है.
कोरोना नियमों पर केंद्र ने राज्यों को दिए निर्देश
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों के साथ की गई मीटिंग में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया जाता है कि वे कोरोना वायरस से बचने के एहतियाती कदमों का पालन करवाएं.
अजय भल्ला ने कहा, ‘पिछले 5 महीनों में कोरोना वायरस के मामलों में कमी के बाद बीते कुछ हफ्तों से देश के कई हिस्सों में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़ी है. यह देखा गया है कि इसका कारण कोविड-19 नियमों के पालन में ढील है, खासतौर पर भीड-भाड़ वाली जगहों पर.’
उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों और आगामी त्योहारों के मद्देनजर यह जरूरी है कि कोविड-19 नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए.
महाराष्ट्र और पंजाब ने पाबंदियां सख्त
बता दें कि महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शुक्रवार से पाबंदियां और कड़ी कर दी गईं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन भी एक ऑप्शन है. वहीं शुक्रवार को देश में कोरोना संक्रमण के करीब 40 हजार मामले सामने आए जो करीब चार महीने में एक दिन में आए सबसे ज्यादा मामले हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने अफवाहों को किया खारिज
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में पैदा हो रहीं आशंकाओं को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में वैज्ञानिक विश्लेषण के बाद वैक्सीन को मंजूरी दी गई है और हमें इन पर विश्वास करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत में जिन दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सिन को इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है, वे सुरक्षा, प्रभावशीलता और इम्युनिटी पैदा करने के मानकों पर पूरी तरह खरी उतरती हैं. हालांकि वैज्ञानिक को मानना है कि देश के हर नागरिक को वैक्सीन की जरूरत नहीं है.