घर में किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा नहीं होनी चाहिए. नकारात्मक ऊर्जा आपको, आपके जीवन और समस्त गतिविधियों के लिए नुकसानदायक है
हर वस्तु में सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा आपके जीवन पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अपना प्रभाव डालती हैं.
नकारात्मक ऊर्जा आपको, आपके जीवन और समस्त गतिविधियों के लिए नुकसानदाक है. घर में किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा नहीं होनी चाहिए. घर पांच वास्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देती हैं इन्हें घर से निकाल देना ही बुद्धिमानी. इनका घर में होना आपको कंगाल बना सकता है-
- घर में कोई शीशा टूटा हुआ नहीं होना चाहिए. अगर किसी शीशे में दरार आ गई है या फिर खिड़की का कांच टूट गया है, तो इसे तुरंत बदल देना चाहिए.
- घर के मंदिर में या किसी भी स्थान पर भगवान की कोई ऐसी प्रतिमा नहीं होनी चाहिए जो खंडित हो या जिसका कोई अंग भंग हो चुका हो. इसी प्रकार अगर भगवान की तस्वीर घर में ऐसी नहीं होनी चाहिए जो फटी हुई हो. भगवान की खंडित मूर्ति या फटी तस्वीर नदी में विसर्जित कर देनी चाहिए.
- पूजा घर में अगर आपने एक ही देवी-देवता की तस्वीर या प्रतिमा आमने-सामने रखी हुई है, तो इसे बदल दें। ऐसा नहीं करने पर आपकी आय के साधन कम और खर्चे अधिक हो जाते हैं.
- घर कांटेदार पौधे या फिर ऐसे पौधे जिनसे दूध निकलता हो, नहीं लगाने चाहिए. ये पौधे धन संबंधी परेशानियों के साथ-साथ अन्य समस्याओं का भी कारण बनते हैं.
- आपके घर में कोई घड़ी, वाहन या इलेक्ट्रॉनिक वस्तु लंबे समय से खराब पड़ी हुई है, तो इसे तुरंत बदल दीजिए. यह नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं.
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