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High BP कंट्रोल करने में मदद कर सकता है आयुर्वेद, इन उपायों को जरूर आजमाएं

हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी इन दिनों लोगों में तेजी से बढ़ रही है. लेकिन गुड न्यूज ये है कि अपनी जीवनशैली में थोड़ा सा बदलाव करके आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं. साथ ही में कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी अपना सकते हैं.

नई दिल्ली: इन दिनों हाई ब्लड प्रेशर एक कॉमन बीमारी हो गई है. यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी के साल 2018 के आंकड़ों की मानें तो भारत में हर 5 में से 1 वयस्क को हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या है. इसका मतलब हुआ कि करीब 8 करोड़ लोग हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी का शिकार हैं. वैसे तो यह बीमारी 50 साल से अधिक के बुजुर्गों में आमतौर पर होती है लेकिन इन दिनों यह 30-35 साल के युवाओं में भी तेजी से देखने को मिल रही है और इसका सबसे बड़ा कारण है लोगों की खराब लाइफस्टाइल. ब्लड प्रेशर की सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि यह साइलेंट किलर (Silent Killer) है यानी इसके शरीर पर कोई खास लक्षण नहीं दिखते. ऐसे में अगर यह बीमारी लंबे समय तक डायग्नोज न हो पाए तो हृदय रोग (Heart Disease) और किडनी फेलियर (Kidney Failure) का खतरा हो सकता है. 

इन आयुर्वेदिक तरीकों से कंट्रोल करें ब्लड प्रेशर

हालांकि गुड न्यूज ये है कि आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करके, समय पर दवाइयां लेकर और कुछ आयुर्वेदिक नुस्खों (Ayurvedic Remedies) को अपनाकर ब्लड प्रेशर के लेवल को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं.  

1. तुलसी- तुलसी (Tulsi) को जितना पवित्र माना जाता है, उसमें उतने ही अधिक औषधीय गुण भी होते हैं. तुलसी के पत्तों में ऐसे कई तत्व पाए जाते हैं जो सर्दी-जुकाम, फ्लू और आर्थराइटिस के साथ ही ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं. तुलसी के पत्ते में पाया जाने वाला यूजेनॉल (eugenol) कैल्शियम चैनल ब्लॉकर की तरह काम करता है और हृदय और धमनी की दीवारों में कैल्शियम को जाने से रोकता है जिससे रक्तवाहिकाएं रिलैक्स हो जाती हैं और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है.

2. आंवला- आंवला (Amla) को यूं ही सुपरफूड नहीं कहते. आयुर्वेद में इसे आमलकी के नाम से जाना जाता है और कई दवाइयां बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है. आंवला, रक्तवाहिकाओं को फैलाने का काम करता है जिससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है. लिहाजा बीपी के मरीजों को रोज 1 आंवला जरूर खाना चाहिए. अगर आंवला न हो तो गर्म पानी के साथ आंवला जूस का भी सेवन कर सकते हैं. 

3. त्रिफला- पेट से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने में त्रिफला (Triphala) का काफी इस्तेमाल किया जाता है. हरीतकी, बीभीताकी और आंवला के आयुर्वेदिक मिश्रण को त्रिफला के नाम से जाना जाता है. इसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो रक्तवाहिकाओं पर पड़ने वाले दबाव को कम करती हैं जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है. त्रिफला पाउडर का सेवन बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद है.

4. अश्वगंधा- ज्यादातर मामलों में हाई ब्लड प्रेशर का कारण स्ट्रेस होता है. ऐसे में स्ट्रेस को दूर कर दिमाग शांत रखने का सबसे अच्छा उपाय है अश्वगंधा (Ashwagandha). यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो दिमाग को शांत करके ऐंग्जाइटी और स्ट्रेस से बचाती है. साथ ही यह बीमारियों से लड़ने की ताकत इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाती है. 

(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. )

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