रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, एसेंचर समेत कई कंपनियां अपने कर्मचारियों और उनके परिवार का वैक्सीनेशन खर्च उठाने का एलान कर चुकी हैं
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकॉर्ट (Flipkart) ने अपने और मिंत्रा (Myntra) के कर्मचरियों और उनके तीन आश्रितों के कोविड19 वैक्सीनेशन (Covid vaccination) का खर्च उठाने का फैसला किया है. कर्मचारियों को भेजे संदेश में फ्लिपकार्ट ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अगले चरण के टीकाकरण अभियान में सभी नागरिक आएंगे. इससे पहले, देश में कोविड वैक्सीनेशन शुरू होने के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, एसेंचर समेत कई कंपनियां अपने कर्मचारियों और उनके परिवार का वैक्सीनेशन खर्च उठाने का एलान कर चुकी हैं.
फ्लिपकॉर्ट ने कहा, ‘‘अभी हमें अगले चरण के लिए सरकार के फैसले का इंतजार है. लेकिन हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि फ्लिपकार्ट समूह ने फ्लिपकार्ट और मिंत्रा सभी कर्मचारियों व उनके तीन आश्रितों के वैक्सीनेशन का पूरा खर्च उठाने का फैसला किया है. कर्मचारी या तो वैक्सीन लगवाने के बाद कंपनी से इसका पैसा ले सकते हैं या किसी भागीदार अस्पताल में मुफ्त में वैक्सीनेशन करा सकते हैं.’’
वैक्सीनेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कर्मचारी एक दिन की छुट्टी का लाभ उठा सकते हैं. इसके अलावा, वैक्सीनेशन के बाद किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर स्पेशल कोविड केयर अवकाश लेने की अनुमति दी जाएगी. कंपनी का कहना है कि महामारी से निपटने और इसके प्रभाव को कम करने क लिए फिलहाल वैक्सीनेशन एक प्रभावी उपाय है.
RIL, Infosys कर चुकी हैं एलान
बीते इससे पहले, सोमवार को माइंडट्री और सिफी टेक्नोलॉजीज ने भी अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के कोविड वैक्सीनेशन का खर्च उठाने का एलान किया है. इससे पहले, इंफोसिस, एक्सेंचर, कैपजेमिनी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीवीएस मोटर कंपनी और रिन्यू पावर ने भी अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के लोगों को अपने खर्च पर वैक्सीन लगवाने की घोषाणा की है. इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति और क्रिस गोपालकृष्णन और कोटक महिंद्रा बैंक के एमडी और सीईओ उदय कोटक उन बिजनस लीडर्स में हैं जिन्हें यह टीका लगाया जा चुका है.
1 मार्च से शुरू है सेकंड फेज
दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम भारत में 16 जनवरी से शुरू हो चुका है. हालांकि पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को इसके टीके लगाए गए. इस महीने की शुरुआत 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक लोगों और 45 वर्ष से अधिक के बीमार लोगों (कोमॉर्बिटीज से पीड़ित) को वैक्सीन के टीक लगाए जा रहे हैं.