अगर आपका भी खाता देश के सरकारी या ग्रामीण बैंक (Bank holidays) में है तो आपके लिए बड़ी खबर है, क्योंकि इन बैंकों में अगले 5 दिनों तक काम नहीं होगा यानी बैंक बंद (Bank Bandh) रहेंगे.
नई दिल्ली: अगर आपका भी खाता देश के सरकारी या ग्रामीण बैंक (Bank holidays) में है तो आपके लिए बड़ी खबर है, क्योंकि इन बैंकों में अगले 5 दिनों तक काम नहीं होगा यानी बैंक बंद (Bank Bandh) रहेंगे. इसकी वजह साप्ताहिक अवकाश, शिवरात्रि और हड़ताल है तो आप आज ही कैश का इंतजाम कर लें. इसके अलावा भी अगर आपको बैंक से जुड़े कोई काम है तो इसे आज ही निपटा लें. वरना आपको परेशानी हो सकती है.
किस-किस दिन बंद रहेंगे बैंक?
आपको बता दें गुरुवार 11 मार्च को महाशिवरात्रि की वजह से देश के उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे उत्तर भारत के राज्यों में बैंकों का अवकाश है. इसके अलावा 13 मार्च को महीने का दूसरा शनिवार है, जिसकी वजह से बैंकों में कामकाज नहीं होगा. रविवार यानी 14 मार्च को भी बैंक बंद रहेंगे. फिर 15 और 16 मार्च को बैंक की हड़ताल है, जिसकी वजह से भी बैंक बंद रहेंगे. यानी बैंक 5 दिन तक बंद रहेंगे.
जानें क्यों हो रही है हड़ताल?
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बैंककर्मी हड़ताल कर रहे हैं. सरकारी बैंकों को प्राइवेट बनाने की योजना का ये सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं. इसी वजह से बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों के यूनियन ने आगामी 15 और 16 मार्च को हड़ताल पर जाने का नोटिस दिया है.
ग्रामीण बैंक भी होंगे हड़ताल में शामिल
आपको बता दें इसका आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने किया है. इसमें कर्मचारियों एवं अधिकारियों के लगभग सभी संगठन शामिल हैं. इसके अलावा ग्रामीण बैंक (Regional Rural Bank) भी इस हड़ताल में शामिल होने आ गए हैं.
बैंकों का कामकाज होगा प्रभावित
नौ बैंक यूनियन के केंद्रीय संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने यह बंद बुलाया है. इस हड़ताल की वजह से सरकारी बैंकों का कामकाज काफी प्रभावित होगा. ऐसे में बैंक का अपना जरूरी काम आप 13 मार्च से पहले ही निपटा लें तो सुविधा होगी. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कामकाज पर भी इस हड़ताल का असर देखने को मिलेगा. बैंक ने इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी है.
आपको बता दें युवा हल्लाबोल के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम के मुताबिक, देश भर के बैंकों में 15 एवं 16 मार्च को होने वाली हड़ताल में युवा वर्ग भी शामिल होगा. युवाओं ने बीते नौ मार्च को ही ट्विटर पर ‘हम देश नहीं बिकने देंगे’ हैशटैग के जरिए निजीकरण के खिलाफ मुहिम शुरू कर दी है.