IIM Rohtak 2021: आईआईएम रोहतक के कैंपस के लिए गुडगांव के मिलेनियम सिटी में 6 एकड़ जमीन का चयन कर लिया गया है. जमीन ट्रांसफर करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी.
IIM Rohtak 2021: भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM – आईआईएम) रोहतक ने गुडगांव के मिलेनियम सिटी में कैंपस बनाने का फैसला कर लिया है. इसके लिए 6 एकड़ जमीन का भी चयन हो गया है, जल्द ही यह जमीन आईआईएम रोहतक को ट्रांसफर कर दी जाएगी. हरियाणा शहरी विकास प्राधिकारण (HSVP-एचएसवीपी) ने सेक्टर-43 में पारस हॉस्पिटल के नजदीक यह जमीन आईआईएम के लिए आवंटित कर दिया है. हालांकि संस्थान ने प्रारंभ में 10 एकड़ जमीन देख रहा था. अंत में इसके लिए फाइनल रूप से 6 एकड़ जमीन पर बात बन गई.
अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकारण (HSVP-एचएसवीपी) ने जमीन ट्रांसफर करने की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसमें करीब 90 दिन लगेंगे. जमीन ट्रांसफर होने के बाद भारतीय प्रबंधन संस्थान रोहतक कैंपस बनाने का काम शुरू करेगा. कैंपस बनने में करीब 3-4 साल का समय लगेगा. आरंभ में यह संस्थान यहां पर एमबीए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम शुरू करेगा. यह प्रोग्राम ठीक उसी तरह से होगा जैसे IIM लखनऊ ने अपने नोएडा कैपस में करता है. इसके शुरू होने से व्यवसाय के साथ-साथ विभिन्न कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़े हुए लोग शहर में रहकर पढ़ाई कर सकेंगे.
छह एकड़ में बनेगा आईआईएम रोहतक कैंपस
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकारण (HSVP} ने आईआईएम रोहतक को कैंपस बनाने के लिए सेक्टर-43 में स्थित छह एकड़ जमीन देने का फैसला लिया है. हालांकि आईआईएम रोहतक अपना कैंपस बनाने के लिए दस एकड़ जमीन की तलाश कर रहा था. परन्तु संस्थान को 10 एकड़ जमीन नहीं मिली. एचएसवीपी ने सेक्टर-43 में पारस अस्पताल के पास शिक्षण संस्थानों के लिए अलॉट की गई छह एकड़ जमीन खाली पड़ी हुई थी. वहीं जमीन आईआईएम रोहतक को दी जाएगी. मास्टर प्लॉन के तहत इस जमीन को किसी शिक्षण संस्थान को देने का प्रस्ताव था. काफी अरसे से यह जमीन खाली पड़ी हुई थी. ऐसे में इस जमीन को आईआईएम रोहतक का कैंपस बनाने के लिए दे दी गई.
तीन से चार साल में बन तैयार होगी आईआईएम रोहतक की बिल्डिंग
आईआईएम रोहतक के नाम जमीन ट्रांसफर हो जाने के बाद तीन से चार साल में बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी. उसके बाद मैनेजमेंट की पढ़ाई शुरू हो जाएगी. इस कैंपस में डॉक्टरल कोर्सेस, मैनेजमेंट में पीजी कोर्सेस, मैनेजमेंट में पांच वर्षीय एकीकृत कोर्सेस समेत अन्य कई कोर्स करवाए जाएगें.