देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये तक हो गई है. वहीं कुछ राज्यों में इसके आस-पास है. इसलिए अब लोग अपने वाहनों के लिए अन्य विकल्प तलाशने लगे हैं.
इन दिनों पेट्रोल की कीमतों को लेकर देश में काफी हल्ला मचा हुआ है. पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से अब लोग CNG-ईंधन पर चलने वाले वाहनों की ओर आकर्षित हो रहे हैं. सीएनजी ईंधन सस्ता होने के कारण अब लोग CNG कारों के प्रति अपनी रुचि बढ़ा रहे हैं. माना जा रहा है कि आने वाले सालों में पेट्रोल और डीजल के बीच घटती कीमत का अंतर घरेलू यात्री वाहन (PV) सेगमेंट में पेट्रोल और CNG कारों की ओर बदलाव को गति देने की संभावना है.
सस्ती CNG
आज के समय में लोगों द्वारा CNG कारों का पसंद किया जाना मात्र सीएनजी के सस्ते होने का कारण है. वर्तमान में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन काफी त्रस्त है. कोरोना काल में बजट एक सार्वभौमिक बाधा बन रहा है. सीएनजी की कीमतें डीजल और पेट्रोल के मुकाबले कम हैं.
इलेक्ट्रिक वाहन की तुलना में ज्यादा किफायती
वर्तमान में भारतीय बाजार में केवल पांच इलेक्ट्रिक वाहन हैं. इन वाहनों की कीमत 10 लाख रुपये तक है. वहीं बाजार में सीएनजी वाहन इसके सामने काफी सस्ते हैं. उदाहरण के तौर पर एंट्री-लेवल CNG कार मारुति सुजुकी ऑल्टो की कीमत 4.33 लाख रूपए तक है. वहीं इस रेंज में निकटतम इलेक्ट्रिक वाहन टाटा टिगोर EV है, जो 9.5 लाख रूपये से शुरू होती है.
इको-फ्रेंडली
CNG कारें पूरी तरह से इको-प्रेंडली होती हैं. पेट्रोल और डीजल वाहनों से कई प्रकार जहरीली गैसें निकल कर वातावरण को नुकसान पहुंचाती हैं. वहीं इन वाहनों से किसी प्रकार की जहरीली गैस का उत्पादन नहीं होता है. इसके साथ ही यदि आप अपने आस पास CNG रिफिलिंग स्टेशन नहीं पाते हैं, तो आपातकालीन स्थिति में पेट्रोल आपके उद्देश्य की पूर्ति कर सकता है.