ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) ने ट्वीट कर एक गूगल डॉक्युमेंट फाइल शेयर की थी, जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का शेड्यूल शेयर किया गया था. हालांकि बाद में वह डिलीट कर दिया गया, जिसपर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने चुटकी ली.
मुंबई. किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर अचानक से विदेशी सेलेब्स से मिलने वाले समर्थन ने एक बार फिर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया. भारत में लोग ये सोच कर हैरान थे कि जो सेलेब्स खेती-किसानी और उससे जुड़े इस बिल के बारे में कुछ नहीं जानते अचानक वह भारत के इस आंदोलन में क्यों कूद पड़े हैं. रिहाना के बाद एनवायरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) और मिया खलीफा ने भी इस बारे में ट्वीट किए थे. हालांकि ग्रेटा द्वारा किए गए एक ट्वीट और फिर उसको डिलीट करने बाद ये साफ हो गया कि आखिर ये हुआ क्यों? लेकिन उनके ट्वीट डिलीट करने के बाद बॉलीवुड की ‘पंगा क्वीन’ (Kangana Ranaut) ने उन पर तंज कसा है.
ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) बुधवार (3 फरवरी) को सोशल मीडिया (Social Media) पर चर्चा का विषय रहीं. दिन भर भारत में ट्विटर ट्रेंड होने के बाद वह अब ट्रोल हो रही हैं. दरअसल, ग्रेटा थनबर्ग ने एक गूगल डॉक्युमेंट फाइल शेयर की थी, जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का शेड्यूल शेयर किया गया था.
ग्रेटा थनबर्ग ने ये ट्वीट डिलीट कर दिया है.
यही नहीं इस फाइल को शेयर करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके चलते वह निशाने पर आ गई हैं. उन्होंने एक डॉक्यूमेंट साझा किया था, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी. ग्रेटा थनबर्ग का ट्वीट जब डिलीट हुआ तो बॉलीवुड की पंगा क्वीन ने उन्हें आड़े हाथों लिया.
कंगना ने ये किया ट्वीट.
ट्वीट कर कंगना ने तंज कसा और कहा- ‘इस बुद्धिहीन बच्ची ने लेफ्ट के लोगों को दिक्कत में डालते हुए सबसे बड़ी गलती कर दी… चरणबद्ध तरीके से भारत को अस्थिर करने के वैश्विक प्लान का सीक्रेट डॉक्यूमेंट अटैच कर दिया.. सब पप्पू एक ही टीम में हैं. हाहाहा… जोकरों का पूरा झुंड है.’
ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट में भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को फासीवादी पार्टी तक करार दिया था. उनके ट्वीट की इस भाषा को लेकर सवाल उठाया जा रहा है कि क्या वह भी प्रॉपेगेंडा का हिस्सा हैं.
ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्वीट में जो फाइल शेयर की थी, उसमें 5 मुख्य बातें लिखी गई थीं, ऑन ग्राउंड प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने पहुंचे. किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शन करने वाली तस्वीरें ई मेल करें. ये तस्वीरें 25 जनवरी तक भेजें. इसके अलावा डिजिटल स्ट्राइक #AskIndiaWhy के साथ फोटो/वीडियो मैसेज 26 जनवरी से पहले या 26 जनवरी तक ट्विटर पर पोस्ट कर दिए जाएं.
इसके साथ ही 4-5 फरवरी को ट्विटर पर तूफान लाने की प्लानिंग, यानि किसान आंदोलन से जुड़ी चीजों, हैशटैग और तस्वीरों को ट्रेंड कराने की योजना. इसके लिए तस्वीरें, वीडियो मैसेज 5 फरवरी तक भेज दिए जाएं. आखिरी दिन 6 फरवरी का होगा. एक अन्य तरीका बताते हुए लिखा गया था कि स्थानीय प्रतिनिधि से संपर्क करें. इससे भारतीय सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनेगा. इस मामले का सामने आने के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भी कहा गया कि विदेशी हस्तियां हैशटैग कैंपेन में न फंसें.