एलन मस्क (Elon Musk) ने चिप लगाने की जानकारी ट्विटर पर एक यूजर के ट्वीट के रिस्पॉन्स में दी. दरअसल एक ट्विटर यूजर ने मस्क से कहा कि वो एक एक्सीडेंट के बाद से पिछले कई सालों से पैरेलाइज है इसलिए वो क्लिनिकल ट्रायल के लिए हमेशा मौजूद है.
टेस्ला और स्पेस एक्स जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क ने कहा है कि उनकी कंपनी न्यूरालिंक इस साल के अंत तक ह्यूमन ट्रायल शुरू कर देगी. यानी जल्द ही एलन मस्क की कंपनी इंसान के दिमाग में लगने वाली चिप बना लेगी और उसे इंसान के दिमाग में लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर देगी.
आपको बता दें कि ये चिप कंप्यूटर से जुड़ जाएगी. एलन मस्क ने चिप लगाने की जानकारी ट्विटर पर एक यूजर के ट्वीट के रिस्पॉन्स में दी. दरअसल एक ट्विटर यूजर ने मस्क से कहा कि वो एक एक्सीडेंट के बाद से पिछले कई सालों से पैरेलाइज है इसलिए वो क्लिनिकल ट्रायल के लिए हमेशा मौजूद है.
इसके जवाब में मस्क ने कहा कि न्यूरालिंक काफी तेजी से मेहनत कर रही है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम इस साल के अंत तक ह्यूमन ट्रायल शुरू कर देंगे.
एलन मस्क का ये प्रोजेक्ट साल 2016 में लॉन्च हुआ था. मस्क ने 2019 में भी इस बारे में बयान देते हुए कहा था कि वो 2020 के अंत तक इंसानों पर टेस्टिंग शुरू कर देंगे.
हाल ही में मस्क ने ये जानकारी दी थी कि न्यूरालिंक ने नैनोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर के एक बंदर के दिमाग में चिप लगाई थी. मस्क के अनुसार वायरलेस चिप के माध्यम से बंदर सिर्फ अपने दिमाग से ही वीडियो गेम खेल सकता है. न्यूरालिंक ने दूसरे जानवरों पर भी चिप की टेस्टिंग की है. पिछले साल एक सुअर के दिमाग में चिप लगाई गई थी.
मस्क ने अपने बयान में कहा था कि चिप के माध्यम से लकवे की समस्या को ठीक किया जा सकता है इसके साथ ही इंसान को टेलीपैथी की शक्तियां भी मिल सकती हैं. कुछ वक्त पहले मस्क ने न्यूरालिंक में नौकरी के संदर्भ में सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाला था.