तला फूड का खाना हार्ट फेल्योर का 37 फीसद तक खतरा बढ़ा सकता है. शोधकर्ताओं ने गैर सेहतमंद डाइट का संबंध स्ट्रोक या हार्ट अटैक से भी जोड़ा है. उनका कहना है कि स्ट्रोक या हार्ट अटैक और दिल की बीमारियों का खतरा 22 से 28 तक बढ़ सकता है.
Fried food side-effects: शोधकर्ताओं ने बहुत ज्यादा फ्राइड फूड को खाने का नुकसान बता दिया है. उनका कहना है कि तला फूड हार्ट फेल्योर का 37 फीसदी तक खतरा बढ़ा सकता है. दिल संबंधी बीमारियों का अन्य खतरा हफ्ते में सिर्फ 114 ग्राम अतिरिक्त तला फूड जैसे चिप्स या फ्राइड चिकन खाने से 12 फीसदी और बढ़ जाता है. चीन की शेनजेन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है. उन्होंने 10 लाख से ज्यादा लोगों पर शामिल 23 रिसर्च के हवाले से नतीजा निकाला.
तला हुआ फूड्स खाने का नुकसान हुआ जाहिर
गैर सेहतमंद डाइट का संबंध स्ट्रोक या हार्ट अटैक से भी जोड़ा गया है. उनका कहना है कि स्ट्रोक या हार्ट अटैक और दिल की बीमारियों का खतरा 22 से 28 तक बढ़ सकता है. शोधकर्ताओं ने अपनी खोज के बारे में कई स्पष्टीकरण सुझाए हैं. तले हुए फूड में डाइटरी फैट की अधिक मात्रा होती है और ये अतिरिक्त ऊर्जा का सेवन करने की तरफ ले जाता है, जो हार्ट की समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है. रिसर्च के तौर पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग एक सप्ताह में चार या उससे ज्यादा बार खाते हैं, उनके मोटा होने का खतरा 37 फीसद ज्यादा है, जो दिल की समस्याओं को जन्म देता है.
दिल संबंधी बीमारियों का बढ़ा देता है खतरा
रिसर्च के तौर पर किए गए दूसरे अध्ययन से पता चला कि फ्राइड फूड्स में पकाने के लिए अक्सर इस्तेमाल किए जानेवाले हाइड्रोजनीकृत वनस्पति तेल के नुकसानदेह ट्रांस-फैट्टी एसिड होते हैं. शोधकर्ताओं ने कहा कि इसके अलावा फ्राइड फूड में आम तौर से नमक मिलाए गए होते हैं. उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “हमारे रिसर्च से फ्राइड फूड्स खाने का दिल की बीमारी पर गंभीर प्रभाव का सबूत मिला है और खानपान से जुड़ी हिदायतों के लिए मुफीद हो सकता है.” विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुल फैट के सेवन की मात्रा को कम करने के लिए तला फूड का खाना सीमित करने की सलाह दी है.