आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का ज़माना है लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग में आप खरीदने से पहले प्रोडक्ट नहीं चेक सक सकते इसलिये नकली प्रोडक्ट खरीदने के चांसेज भी बहुत होते है. ज्यादातर वेबसाइट में प्रोडक्ट थर्ड पार्टी कंपनी के थ्रू बेचे जाते हैं ऐसे में नकली प्रोडक्ट आने की पॉसिबिलिटी रहती है. आज हम आपको बतायेंगे कि नकली प्रोडक्ट की खरीदने से बचने के लिये क्या करें और कैसे पहचान करें कि प्रोडक्ट असली है या नकली
कोरोना महामारी की वजह से लोग आजकल ऑनलाइन शॉपिंग करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. सेल आने पर ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज लोगों में काफी बढ़ जाता है. हालांकि ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त आपको काफी अलर्ट रहने की जरूरत है. आजकल ऑनलाइन शॉपिंग में धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. आए दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं जब मंगाया कुछ था और डिलीवर कुछ और हुआ. कई बार ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त फोटो में जो चीज पसंद आती है डिलीवरी उससे बिल्कुल अलग प्रोडक्ट की होती है. ऐसे में जब आप कस्टमर केयर को फोन करते हैं तो न फोन लगता है और न ईमेल के जरिए कोई जवाब आता है. इसलिए अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग में नकली प्रोडक्ट खरीदने से बचना चाहते हैं तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें.
1- सही वेबसाइट से करें शॉपिंग
कई बार फ्रॉड वेबसाइट ऑरिजिनल प्रोडक्ट शो करती हैं लेकिन डिलीवर नकली प्रोडक्ट करती हैं. ऐसे में सबसे जरूरी है कि आप पॉपुलर वेबसाइट जैसे एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा या दूसरी बड़ी वेबसाइट से ही शॉपिंग करें. ये सारी वेबसाइट मल्टी ब्रांड हैं जहां आपको सारा सामान मिलेगा. आप चाहें तो किसी प्रोडक्ट की अपनी वेबसाइट से भी शॉपिंग कर सकते हैं
2- रिटर्न पॉलिसी जरूर चेक करें
फ्रॉड प्रोडक्ट बेचने वाली वेबसाइट की रिटर्न पॉलिसी सही नहीं होती और वो डिलीवरी के बाद रिटर्न करने में आनाकानी करते हैं. जबकि असली वेबसाइट पर रिटर्न पॉलिसी होती है जिसके तहत आपको प्रोडक्ट अगर पसंद ना आये या नकली लगे तो रिटर्न कर सकते हैं
3- ऑनलाइन रिव्यू और फीडबैक देखें
अगर किसी वेबसाइट से आप पहली बार शॉपिंग कर रहे हैं तो ऑनलाइन उसके रिव्यू जरूर चेक करें. ज्यादातर फ्रॉड प्रोडक्ट बेचने वाली वेबसाइट के ऑनलाइन रिव्यू बहुत खराब होते हैं और उनके नकली प्रोडक्ट के बारे लोगों ने फीडबैक दे रखा होता है. साथ ही ऑनलाइन खरीददारी करते वक्त हमेशा चेक करना चाहिए कि जहां से प्रोडक्ट को खरीद कर रहे हैं उसका फिजिकल एड्रेस, ईमेल, फोन नंबर और कॉन्टैक्ट डिटेल होना चाहिये
4- स्मार्ट कंज्यूमर ऐप की हेल्प लें
खाने –पीने के नकली प्रोडक्ट की पहचान के लिए फूड रेगुलेटर FSSAI के स्मार्ट कंज्यूमर ऐप की हेल्प ले सकते हैं. इस ऐप से QR code स्कैन करके QR नंबर रजिस्टर करना होगा. इसके बाद प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग डिटेल हासिल हो जाएगी. इस तरह प्रोडक्ट के असली और नकली होने की पहचान की जा सकेगी. इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक और FMCG कंपनी नकली प्रोडक्ट से बचाव के लिए QR कोड और होलोग्राम बनाती हैं जिसके जरिए असली नकली की पहचान हो सकती है.
5- कंज्यूमर कोर्ट की मदद लें
अगर आपके पास नकली प्रोडक्ट आ गया है और कंपनी उसको रिटर्न नहीं कर रही तो आप कंज्यमर कोर्ट जा सकते हैं. ग्राहकों के साथ होने वाले फ्रॉड को बचाने के लिये कंज्यूमर कोर्ट है. ऐसे में आप ऑनलाइन ठगी होने पर कंज्यूमर कोर्ट में केस डाल सकते हैं.