वैक्सीनेशन को लेकर अच्छी खबर है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि सरकार की तैयारी 10 दिन के भीतर वैक्सीनेशन शुरू करने की है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ड्राई रन से मिले डेटा के आधार पर सरकार रेडी है। उन्होंने बताया कि हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि उनका डेटा पहले ही को-विन वैक्सीन डिलिवरी मैनेजमेंट सिस्टम में फीड कर लिया गया है।
कोवैक्सिन और कोवीशील्ड को मिली इमरजेंसी यूज की मंजूरी
3 जनवरी को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड के इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दी थी। वहीं, जायडस कैडिला हेल्थकेयर की जायकोव-डी को फेज-3 ट्रायल का अप्रूवल मिला है।
वैक्सीन के स्टोरेज के लिए देश में 4 प्राइमरी स्टोर
- भूषण ने बताया कि देश में 4 प्राइमरी वैक्सीन स्टोर बनाए गए हैं। ये करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में हैं। इसके अलावा देशभर में 37 वैक्सीन स्टोर हैं। यहीं पर वैक्सीन को स्टोर किया जाएगा और आगे इनका वितरण होगा।
- स्वास्थ्य सचिव बोले, ‘जहां तक ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन की बात है तो हमें अभी तक देश में इसके ज्यादा मामले बढ़ते नहीं दिखे हैं। ये एक राहतभरी बात है।’
- उन्होंने कहा, ‘कोरोना के चलते देश के हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जो बोझ था, वो भी कम हो रहा है। देश का पॉजिटिविटी रेट भी घटकर 5.87% पर आ गया है। अभी देश में जितने एक्टिव केस हैं, उनमें से 43.96% मरीज अस्पतालों में हैं। उनके अलावा 56.04% मरीज होम आइसोलेशन में हैं।’
WHO ने कहा था- कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैक्सीन की मंजूरी के फैसले का स्वागत किया था। WHO साउथ-ईस्ट एशिया की रीजनल डायरेक्टर डॉ. पूनम क्षेत्रपाल सिंह ने कहा था कि भारत के इस फैसले से साउथ-ईस्ट एशिया में महामारी के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी।