ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि ये स्ट्रेन पूरी तरह नया है और फिलहाल इस स्ट्रेन से लोगों को बचाया नहीं जा सकता है.
नई दिल्ली: ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता जाहिर की है. ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में नए कोरोना वायरस के स्ट्रेन मिलने से दहशत का माहौल है. ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए स्ट्रेन के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद से ही ये स्ट्रेन पूरी दुनिया में फैलता चला जा रहा है. इस बीच ब्रिटेन के वैज्ञानिक चिंतित हैं कि शायद ये वैक्सीन साउथ अफ्रीका में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन पर कारगर साबित नहीं होगी.
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों में से एक सिमोन क्लर्क ने कहा, ‘दोनों नए स्ट्रेन में कुछ नए फीचर है. हालांकि साउथ अफ्रीका में मिला प्रकार थोड़ा अलग है. हमारे पास इस वायरस के नए स्ट्रेन पर नियंत्रण पाने का कोई उपाय नहीं है लेकिन हम अपनी कोशिश जारी रख रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि कोरोना के नए स्ट्रेन का पता लगाया जा रहा है. हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही इस स्ट्रेन पर भी नियंत्रित पा लेंगे.’
वहीं ब्रिटिश हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा कि वे दक्षिण अफ्रीका में फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से काफी चिंतित हैं. लेकिन जल्द ही इस वायरस को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. एक अन्य वैज्ञानिक लॉरेंस योंग ने कहा कि नए कोरोना के स्ट्रेन में कई स्पाइक म्यूटेशन है, जिसके कारण चिंता काफी बढ़ गई है. इससे प्रतिरक्षा सुरक्षा पर असर पड़ता है.
इन देशों के लोग भी हुए संक्रमित
ब्रिटेन में मिले नए वायरस के प्रकार से डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान, भारत और सिंगापुर में कई लोग संक्रमित हो चुके हैं. आईसीएमआर ने भी कहा कि वायरस के ब्रिटेन में सामने आए नए प्रकार को सभी स्वरूपों के साथ राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में अब सफलतापूर्वक पृथक और कल्चर कर दिया गया है. इसके लिए नमूने ब्रिटेन से लौटे लोगों से एकत्र किए गए थे.
कोरोना वायरस ने बदले अपने रूप
ब्रिटेन के नए कोरोना स्ट्रेन के बारे में बोलते हुए भारत में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना वायरस ने कई जगहों पर अपने रूप बदल लिए हैं. ब्रिटेन के नए कोरोना स्ट्रेन को लेकर सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि यह ज्यादा संक्रमणकारी है और तेजी के साथ फैलता है.