केंद्र सरकार की योजना है कि अगले छह से आठ महीनों में अभियान के पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाए. सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी समिति ने शनिवार को भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है. हालांकि अभी ‘कोवैक्सीन’ की मंजूरी पर अंतिम निर्णय ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा लिया जाना है.
नई दिल्ली: नए साल पर इस महीने भारत को वैक्सीन का तोहफा मिल सकता है. कल एक्सपर्ट कमेटी ने कोवीशील्ड और कोवैक्सीन को हरी झंडी दी थी. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया आज सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा एलान कर सकता है. कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए एक्सपर्ट कमेटी ने सिफारिश की है.
सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने भारत बायोटेक और ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजनेका की वैक्सीन, जिसका निर्माण और क्लीनिकल ट्रायल सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है, उसकी कोरोना वैक्सीन पर अपनी सिफारिश दी. इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन की अनुमति देने की सिफारिश की गई है. सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के बाद फैसला डीसीजीआई यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को करना है.
भारत को कोरोना के खिलाफ दो वैक्सीन मिलने की पूरी संभावना
साल के पहले दिन यानी एक जनवरी को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजनेका के वैक्सीन के इमरजेंसी रिस्ट्रिक्टेड यूज के लिए अपनी सहमति दी थी. वहीं दूसरे दिन दो जनवरी को भारत में भारत बायोटेक द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन को भी इमरजेंसी रिस्ट्रिक्टेड यूज की अनुमति देने की सिफारिश कर दी. यानी भारत को कोरोना के खिलाफ दो वैक्सीन मिलने की पूरी संभावना है. बस डीसीजीआई की इसपर अनुमति बाकी है.
डीसीजीआई के आला अधिकारियों के मुताबिक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया जब किसी दवा या ड्रग को अनुमति देते है तो उस कंपनी को CT23 यानी अनुमति मिलती है. इसके मिलने के बाद दवा कंपनी की जिस राज्य में फैक्ट्री होती है वहां स्टेट ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी से जाकर ड्रग एंडोर्समेंट की मांग करती है. इसके बाद वो दवा या वैक्सीन रोल आउट होती है. इस प्रक्रिया में जानकारों के मुताबिक 4 से 5 दिन लग सकते है.
भारत में इन कंपनियों ने मांगी थी इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन के लिए अनुमति
भारत में कुल तीन वैक्सीन कंपनियों ने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन के लिए अनुमति मांगी थी. ये फाइजर, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया हैं. इसके लिए कई बार सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की बैठक हुई. सबसे पहली बैठक 9 दिसंबर को हुई थी इसके बाद 17 दिसंबर, 30 दिसंबर, 1 और 2 जनवरी 2021 बैठक हुई. बैठक में इन कंपनियों के ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल का डाटा का रिव्यू किया गया. साथ ही रोलिंग रिव्यू डाटा भी मांगा गया था.
भारत में भी जल्दी कोरोना की वैक्सीनेशन शुरू होने की उम्मीद
अब सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के आधार पर डीसीजीआई अपना फैसला लेगी. उम्मीद की जा रही है कि इन दोनों वैक्सीन के इमरजेंसी रिस्ट्रिक्टेड यूज़ की अनुमति डीसीजआई से मिल जाएगी और भारत में भी जल्दी कोरोना की वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगी.
योगी आदित्यनाथ ने कहा- मकर संक्रांति पर आ जाएगी वैक्सीन
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वैक्सीन का ड्राय रन चल रहा है. 5 तारीख को पूरे प्रदेश में होगा. मकर संक्रांति पर देश और प्रदेश की जनता के लिये वैक्सीन लाकर इस महामारी को परास्त करने में सफल होंगे. पिछले 10 महीने से कोरोना से हर व्यक्ति त्रस्त है. अमेरिका और ब्रिटेन की स्थिति आज काफी खराब है. लेकिन, आज मोदीजी के मार्गदर्शन में कोरोना के खिलाफ मार्च 20 में प्रारम्भ किए गए अभियान का प्रदेश में ड्राय रन हो रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा- अफवाहों पर न दें ध्यान
ऐसे समय में जब भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को शुरू करने जा रहा है, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि लोग टीके के बारे में किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. वर्धन ने यहां एक सरकारी अस्पताल में ड्राई रन की समीक्षा के बाद कहा, मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करें. टीका परीक्षण में हमारा मुख्य मापदंड सुरक्षा और प्रभावकारिता है, इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
कोरोना वैक्सीन पर CSIR के प्रमुख डॉक्टर शेखर मांडे ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है. उन्होंने लोगों से टीका लगवाने में ना डरने की अपील की है.