New Strain of Coronavirus: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए स्ट्रेन को लेकर शोध जारी हैं. जिसके बाद ही मालूम चलेगा मासूमों पर नया कोरोना वायरस कितना भारी है. फिलहाल मेरठ की घटना के बाद मासूमों में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर और ज्यादा एहतियात बरतने की बात कही जा रही है.
नई दिल्ली: ब्रिटेन वाले कोरोना वायरस (Coronavirus) से सावधान होने को वक्त का आ चुका है क्योंकि ब्रिटेन और यूरोपीय देशों को संक्रमित करने वाला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन (New Strain of Coronavirus) अब भारत भी पहुंचा चुका है. बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे के अलावा यूपी के मेरठ में भी यूनाइटेड किंगडम (UK) वाले नए कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीज पाए गए हैं.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ में लंदन से लौटी एक 2 साल की बच्ची भी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (New Strain of Coronavirus) से संक्रमित मिली है. जबकि बच्ची के माता-पिता कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमित नहीं पाए गए. वहीं एक बच्ची के कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (New Strain of Coronavirus) से संक्रमित होने के बाद इस बात की आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं कोरोना का नया स्ट्रेन मासूमों के लिए ज्यादा संक्रामक साबित ना हो.
मेरठ में मिले नए स्ट्रेन से संक्रमित मरीज
बता दें कि ये मामला मेरठ के टीपीनगर की संत विहार कॉलोनी का है, जहां पर लंदन से लौटै लोगों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को ट्रेस करके उनका कोरोना टेस्ट करवाया गया. बताया जा रहा है कि कोरोना का नया स्ट्रेन काफी संक्रामक है. कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (New Strain of Coronavirus) से खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने भी कमर कस ली है.
मेरठ में जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जानकारी दी गई कि संत विहार कॉलोनी में 200 से ज्यादा लोगों की जांच करवाई जाएगी. अब तक 100 लोगों की जांच करवाई जा चुकी है. इसमें 70 लोगों की एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आई है. कोरोना पॉजिटव मिले सभी लोगों को क्वारंटीन किया गया है. ब्रिटेन से आए कोरोना पॉजिटिव मरीज और उनके संपर्क में आए सभी लोग फिलहाल पूरी तरह ठीक हैं.
क्या नए स्ट्रेन से घबराने की जरूरत?
मेरठ के जिलाधिकारी के. बालाजी ने बताया कि जितने लोग विदेश से आए हैं वो सभी हमारी निगरानी में हैं. उनकी हालत स्थिर है. उनके संपर्क में आए लोगों को हमने चिंहित करके टेस्ट किया है. उनमें जो पॉजिटिव आए हैं वो भी क्वारंटीन किए गए हैं, उनकी हालत भी स्थिर है. यहां स्थिति नियंत्रण में हैं.
जान लें कि कोरोना का नया स्ट्रेन अधिक संक्रामक लेकिन कम खतरनाक माना जा रहा है. जिस तरह कोरोना के नए स्ट्रेन का शिकार एक दो साल की बच्ची हुई है तो इस बात का डर भी बढ़ गया है कि क्या नया स्ट्रेन छोटे बच्चों को तेजी से संक्रमित करता है.
नए स्ट्रेन की दस्तक से फिर बढ़ी टेंशन
फिलहाल कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर शोध जारी हैं. जिसके बाद ही मालूम चलेगा मासूमों पर नया कोरोना कितना भारी है. फिलहाल मेरठ की घटना के बाद मासूमों में कोरोना संक्रमण को लेकर और ज्यादा एहतियात बरतने की बात कही जा रही है.
भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की दस्तक ने एक बार फिर टेंशन बढ़ा दी है. ब्रिटेन से लौटने वाले जो मरीज म्यूटेंट यानी बदले हुए कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है. वहीं इनके संपर्क में आए करीबियों को भी क्वारंटीन कर दिया गया है.