नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने टीआरपी स्कैम (TRP Scam) मामले में मनी लॉड्रिंग (Money Laundering) का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. ED ने ये मामला मुंबई पुलिस की दर्ज FIR पर किया है. मनी लॉड्रिंग के तहत TRP Scam के जरिये पैसों की कमाई और आपराधिक साजिश की जांच करेगी. इससे पहले मुबंई पुलिस और CBI इस मामले की जांच कर रहे थे. हालांकि दोनो मामले अलग- अलग दर्ज किये गए थे.
क्या था पूरा मामला?
मुंबई पुलिस ने हंसा एजेंसी की शिकायत पर मामला दर्ज किया था, जिसमें कंपनी ने आरोप लगाया था कि उसके कुछ पुराने कर्मचारी ने कंपनी का डाटा चुराया है और उसके जरिए कुछ चैनलों के लिए TRP को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे है. चुराए गए डाटा के जरिए जिन घरों में टीआरपी मीटर (TRP Meter) लगा है. उनको पैसों का लालच देकर चैनल देखने के लिए कहा जा रहा है, जिससे उस चैनल की TRP बढ़ सके.
11 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
इस मामले में मुंबई पुलिस 11 लोगों के गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें हंसा एजेंसी के पूर्व कर्मचारी समेत एक चैनल के डिस्ट्रीब्यूशन हैड भी शामिल है. ठीक ऐसी ही शिकायत अक्टूबर महीने में लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज करवाई गई थी, लेकिन यूपी पुलिस ने मामला दर्ज करते ही जांच CBI को सौंप दी थी. अब मुंबई पुलिस और CBI के बाद जांच ED के पास भी पहुंच गई है, हालांकि अभी ED ने मुंबई पुलिस की दर्ज FIR के आधार पर ही मामला दर्ज किया है लेकिन आने वाले दिनों में CBI की दर्ज FIR को भी ED अपनी जांच के दायरे में ले सकती है.