नई दिल्ली: एक कहावत है ‘In the midst of every crisis, lies great opportunity’ यानि हर संकट में एक मौका छिपा होता है. ये बात पर्सनल कंप्यूटर (PC), लैपटॉप (Laptop) बनाने वाली कंपनियों के लिए तो बिल्कुल सही साबित हुई है. कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) बीच जब पूरा देश अपने घरों में सिमटा हुआ था, तब देश के कंप्यूटर मार्केट (Indian Computer Market) ने इस महामारी को मौके में बदल लिया.
वर्क फ्रॉम होम से बढ़ी कंप्यूटर्स की बिक्री
लॉकडाउन खुलने के बाद भी कंपनियां वर्क फ्रॉम होम (WFH) मोड से धीरे धीरे बाहर निकल रही हैं, लेकिन अब भी पूरी तरह से बाहर नहीं आई हैं,. दूसरी ओर स्कूल और कॉलेजों का भी यही हाल है. इसलिए बच्चों की पूरी पढ़ाई ऑनलाइन क्लासेज में ही गुजर रही है.
इन दो बड़ी वजहों ने भारत के पर्सनल कंप्यूटर मार्केट (PC) की बिक्री को आसमान तक पहुंचा दिया. यही वजह रही कि जुलाई-सितंबर के दौरान भारत में पर्सनल कंप्यूटर की बिक्री 34 लाख यूनिट रही, जो कि 2013 के बाद से सबसे ज्यादा है.
कंप्यूटर बिक्री के टूट गए पिछले रिकॉर्ड
IDC डाटा के मुताबिक हालांकि कमर्शियल सेगमेंट में बहुत ही कम सरकारी और एजुकेशनल प्रोजेक्ट्स थे, जबकि कंज्यूमर सेगमेंट में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान रिकॉर्ड तोड़ 20 लाख कंप्यूटर बेचे गए. सालाना आधार पर ये 41.7% ज्यादा है और तिमाही आधार पर 167.2% परसेंट ज्यादा.
पहली तिमाही यानि अप्रैल-जून के दौरान ही डेस्कटॉप, नोटबुक्स और वर्क स्टेशन की डिमांड ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज दर्ज हुई थी, क्योंकि कंपनियों ने कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम के लिए बड़ी मात्रा में कंप्यूटर्स की खरीदारी की थी. दूसरी तिमाही में ये जारी रहा और सालाना आधार पर बिक्री 105 परसेंट से भी ज्यादा बढ़ी.
आगे भी कंप्यूटर की डिमांड बढ़ेगी
IDC India के मुताबिक ‘स्कूल और कॉलेज ने ऑनलाइन क्लासेज जारी रखीं, जिसकी वजह से नोटबुक्स की डिमांड में जबर्दस्त तेजी रही, जिसमें बड़े शहरों का हिस्सा ज्यादा था. सप्लाई में दिक्कतों के बावजूद वेंडर्स ऑनलाइन फेस्टिवल्स के लिए भी इन्हें इकट्ठा करने में कामयाब रहे.’ IDC India ने कहा कि नोटबुक PC की डिमांड सप्लाई से ज्यादा रही है, जिससे चौथी तिमाही में भी शानदार बिक्री की उम्मीद है. Apple की बिक्री भी सालाना आधार पर 19.4 परसेंट बढ़ी है, जो कि भारत में उसका सबसे अच्छा तिमाही प्रदर्शन है.
IDC India के मार्केट एनालिस्ट भारत शेनॉय का कहना है कि स्कूल और कॉलेज कब तक अपनी पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे और क्लासेस चलेंगी. इससे छात्रों को अपनी पढ़ाई ऑनलाइन करने के लिए इंतजाम करना पड़ेगा. देश में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी बढ़ने से भी ऑनलाइन पढ़ाई आसान हो गई है. इसलिए PC वेंडर्स के लिए आने वाली कुछ तिमाहियां अच्छी रहने वाली हैं.