Retirement Planning: टीवी पर कई बार विज्ञापन चलते हैं क्या आपने रिटायरमेंट के लिए प्लान किया है. सोशल मीडिया पर भी यह अक्सर दिख जाएगा. ज्यादातर लोग रिटायरमेंट प्लानिंग को ऐसा काम समझते हैं जो उन्हें भविष्य में कई सालों बाद करना है. लोगों का नजरिया है कि रिटायरमेंट अभी सालों दूर है. इसलिए अधिकतर लोग इसे आगे के लिए छोड़ देते हैं. यह एक गलती है. आइए जानते हैं कि रिटायरमेंट प्लानिंग को नजरअंदाज क्यों नहीं करना चाहिए.
60 की उम्र अब बेहद बूढ़ी नहीं है
मेडिकल केयर और रिसर्च में बढ़ोतरी होने के साथ अब 60 की उम्र को ज्यादा बूढ़ा नहीं माना जाता. पुराने दिनों में, जो लोग 60 साल के हो जाते हैं, वे खुद को ज्यादा बूढ़े मानते थे. आज 65 साल के व्यक्ति कई ज्यादा एक्टिव हैं. स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने और लाइफस्टाइल पर ध्यान देने से लोग 90 साल के बाद भी जीते हैं. यानी रिटायरमेंट के बाद 30 साल का समय. 45 साल से कम उम्र में बूढ़े होने का ख्याल ज्यादातर लोगों के मन में नहीं आता. हालाकि, 45 साल से बाद लोगों के पास रिटायरमेंट के बाद के कॉर्पस के लिए प्लान करने के लिए थोड़ा समय होता है. इसलिए व्यक्ति को रिटायरमेंट के लिए जल्दी शुरू करना चाहिए.
आप बीमारी से नहीं भाग सकते
जीवन में साल के साथ बीमारियां भी बढ़ती हैं. आप ऐसे कितने वृद्ध लोगों को जानते हैं जिन्हें कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां नहीं है. जिस तरीके से मेडिकल का खर्च बढ़ रहा है, वरिष्ठ नागरिकों को सही तरीके से योजना नहीं बनाने पर अपनी सारी बचत खत्म कर सकते हैं. इसलिए रिटायरमेंट प्लानिंग में न केवल बचत की अच्छी राशि शामिल होती है, इसमें पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस भी होता है, जिसमें थोड़ा कवर गंभीर बीमारियों के लिए भी हो सकता है. इसलिए रिटायरमेंट प्लानिंग में केवल कॉर्पस नहीं, बल्कि स्वास्थ्य इमरजेंसी और हेल्थ प्लान भी शामिल है.
किसी दूसरे पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं
आपने खुद और परिवार को कई सालों से सपोर्ट दिया है. एक बार आय का रेगुलर स्रोत नहीं रहने पर, यह परेशान कर सकता है. अचानक से वित्तीय तौर पर निर्भर बनने से आपको दुख हो सकता है. रिटायरमेंट प्लानिंग से आपके पास पैसे नियमित तौर पर आते रहेंगे.
रिटायरमेंट के बाद के लक्ष्य को पूरा करेंगे
रिटायरमेंट के गोल बदल चुके हैं. अब लोग रिटायरमेंट के बाद पूरी दुनिया घूमना चाहते हैं या कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं. आप अपने पोता-पोती की शिक्षा का खर्च भी उठा सकते हैं. या उनके लिए बेहतर संपत्ति छोड़कर जा सकते हैं. रिटायरमेंट प्लानिंग से आप इन सभी सपनों को पूरा कर सकेंगे.