HDFC बैंक ने स्मार्टहब मर्चेंट सॉल्यूशंस 3.0 लांच किया है. HDFC Bank के मुताबिक कारोबारियों के लिए यह देश का पहला व्यापक बैंकिंग और पेमेंट सॉल्यूशन है. देश में अपनी तरह की इस शुरुआती पहल के तहत कारोबारियों और सेल्फ-एंप्लॉयड प्रोफेशनल्स को तुरंत चालू खाता खोलने और स्टोर या ऑनलाइन तरीके से पेमेंट लेने की सुविधा मिलेगी.
इस मर्चेंट सॉल्यूशन के जरिए छोटे और मध्यम श्रेणी के कारोबारियों और डॉक्टर्स, फॉर्मेसीज और लांड्री सर्विसेज जैसे प्रोफेशनल सर्विसेज तक बैंक की पहुंच सुनिश्चित होगी. बैंक को उम्मीद है कि अगले तीन साल में देश भर के कई मेट्रो शहरों, सेमी-अर्बन और गावों में 2 करोड़ से अधिक लोगों तक उसकी पहुंच होगी. स्मार्टहब 3.0 ऐप बेस्ड, वेब बेस्ड और पीओएस डिवाइसेज के रूप में उपलब्ध होगा.
स्मार्टहब मर्चेंट सॉल्यूशंस 3.0 की खासियतें
- इंस्टैंट अकाउंट ओपनिंग एंड मर्चेंट सेटअप
- भारत क्यूआर कोड, आधार पे, यूपीआई, एसएमएस पे, क्रेडिट या डेबिट कार्ड्स, गूगल पे इत्यादि के जरिए पेमेंट कलेक्शन
- 9 भाषाओं में इंटरफेस
- एसएमएस, ईमेल या वॉट्सऐप के जरिए ग्राहकों के साथ प्रॉडक्ट कैटेलॉग साझा कर सकेंगे.
- लोन के लिए आवेदन कर सकेंगे और क्रेडिट कार्ड ऑफर्स देख सकेंगे.
- सभी लोकेशंस पर पेमेंट्स और ड्यू को एक डैशबोर्ड पर देखने की सुविधा
- मर्चेंट्स इस सॉल्यूशन पर अपना कस्टमर लॉयल्टी प्रोग्राम भी तैयार कर सकते हैं. वे ग्राहकों के लिए डिस्काउंट्स और ऑफर की सुविधा दे सकते हैं.
- इसके तहत स्पेशिफिक सर्विसेज वैल्यू एडेड सर्विसेज की सुविधा मिलेगी. जैसे कि ग्रासरी मर्चेंट्स के लिए इंवेंटरी मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक मर्चेंट्स के लिए ईएमआई और फॉर्मा कंपनियों के लिए बिलिंग, इंवेंटरी और रिमाइंडर्स.
डिजिटल इंडिया के लक्ष्य मिलने में होगी आसानी
HDFC बैंक के कंट्री हेड (पेमेंट्स, कंज्यूमर फाइनेंस, डिजिटल बैंकिंग और मार्केटिंग) पराग राव ने छोटे और मध्यम कारोबारियों को इकोनॉमी का बैकबोन बताया. उन्होंने कहा कि देश भर में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए मर्चेंट नेटवर्क को सशक्त किया जाना चाहिए. डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को हासिल करने के लिए छोटे और मध्यम श्रेणी के कारोबारियों का डिजिटल होना बहुत जरूरी है.