नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में त्योहारों से पहले लोगों के लिए सफर आसान हो जाएगा. रेलवे (Indian Railway) सब-अर्बन ट्रेनें (Sub-urban Trains) चलाना शुरू करेगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने बताया है कि 11 नवंबर से पश्चिम बंगाल में 696 सब-अर्बन ट्रेनें चलाने की शुरुआत की जाएगी. ये सभी ट्रेनें कोरोनावायरस महामारी की वजह से मार्च से ही नहीं चल रहीं थीं. इन सब-अर्बन ट्रेनों को चलाने की मंजूरी राज्य सरकार के साथ चर्चा के बाद दी गई है. पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे पूरे सुरक्षा उपायों के साथ ये ट्रेनें चलाएगा, इससे मुसाफिरों को बेहतर सुविधा मिलेगी.
मुंबई में शुरू हुई थीं सब-अर्बन ट्रेनें
इससे पहले रेलवे ने 1 नवंबर से मुंबई में स्पेशल 610 सब-अर्बन ट्रेनों को चलाने की शुरुआत की थी, ये ट्रेनें मौजूदा चल रहीं 1410 ट्रेनों के अतिरिक्त हैं. इन अतिरिक्त ट्रेनों के आने से मुंबई में अब कुल लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़कर 2020 हो गई है, जो अभी चल रही हैं. इसके पहले रेलवे ने 15 जून को इमरजेंसी और अनिवार्य सेवाओं के लिए सबअर्बन ट्रेनों की शुरुआत की थी. भारतीय रेलवे के मुताबिक सेंट्रल रेलवे में 706 ट्रेनों के अलावा अतिरिक्त 314 लोकल ट्रेनें चल रहीं हैं, वेस्टर्न रेलवे में 296 लोकल ट्रेनें जोड़ी गई हैं, जो मौजूदा 704 ट्रेनों के अतिरिक्त हैं.
भारतीय रेलवे ने मुंबई में सभी रेल कर्मचारियों, रेलवे के पीएयू के कर्मचारियों के लिए खास वर्कमैन स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. रेलवे ने लोकल ट्रेनों में कलेक्टर ऑफिस और मंत्रालयों के सभी कर्मचारियों को यात्रा करने की अनुमति दी है. सभी मुंसिपल कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों जिसमें मुंसिपल स्कूल स्कूल के टीचर और कांट्रेक्चुअल स्टॉफ को भी यात्रा करने की इजाजत दी है. महाराष्ट्र पुलिस जिसमें मुंबई पुलिस और जीआरपी शामिल है इन्हें भी लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की इजाजत है. BSET, MSRTC, MBMT, VVMT, NMMT, TMT, KDMT के कर्मचारियों को भी लोकल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति दी गई है.
बांद्रा-भुज के बीच सुपरफास्ट ट्रेन
पश्चिम रेलवे ने बांद्रा टर्मिनस और भुज के बीच सुपरफास्ट विशेष ट्रेन चलाने का ऐलान किया है. ट्रेनों की बुकिंग निर्धारित PRS काउंटर्स और IRCTC वेबसाइट पर आज से शुरू हो गई है. मुंबई और भुज के बीच शुरू होने जा रही इस विशेष ट्रेन से गुजरात और मुंबई में रहने वाले गुजराती समुदाय के लोगों को बड़ा फायदा होगा. गौरतलब है कि मुंबई में बड़ी संख्या में गुजराती लोग रहते हैं.